Tuesday, March 11, 2025
spot_img
HomeRajyaJharkhandकौन था अमन साहू और कैसे बना अपराध की दुनिया का बादशाह?

कौन था अमन साहू और कैसे बना अपराध की दुनिया का बादशाह?

Join Our WhatsApp ChannelJoin Now

KhabarMantraLive: अमन साहू झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर था, जो हाल के वर्षों में पुलिस और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। वह पहले नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ था, लेकिन बाद में अपराध की दुनिया में कदम रखते हुए खुद का गैंग बना लिया।

कैसे बना कुख्यात अपराधी?

बताया जाता है कि अमन साहू ने साल 2013 में अपना खुद का गैंग बनाया था। शुरुआत में यह गिरोह फिरौती, अवैध वसूली और हत्याओं में शामिल रहा। धीरे-धीरे उसका नेटवर्क झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल तक फैल गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उसके खिलाफ 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, रंगदारी, जबरन वसूली और फायरिंग जैसी संगीन वारदातें शामिल थीं।

अमन साहू गैंग का आतंक

अमन साहू का गैंग झारखंड और छत्तीसगढ़ में व्यापारियों, बिल्डरों और कोयला कारोबारियों से रंगदारी वसूलता था। तीन दिन पहले ही इस गिरोह के शूटरों ने रांची के बरियातू रोड पर कोयला ट्रांसपोर्टर बिपिन मिश्रा पर हमला किया था। इस गैंग की गतिविधियों से झारखंड में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा था।

अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से संबंध

पुलिस जांच में यह भी सामने आया था कि अमन साहू के संबंध अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से थे। बताया जाता है कि उसका फेसबुक अकाउंट कनाडा और मलेशिया से ऑपरेट किया जाता था। वह खुद को कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताता था। सूत्रों के अनुसार, अमन साहू लॉरेंस बिश्नोई को अपने गैंग के गुर्गे भेजता था, जबकि बदले में उसे अत्याधुनिक हथियार मिलते थे।

गैंगस्टर लाइफस्टाइल और हाई-प्रोफाइल क्राइम

अमन साहू महंगे कपड़े पहनने और लग्जरी लाइफस्टाइल जीने के लिए भी जाना जाता था। वह सोशल मीडिया पर अपनी धमक बनाए रखने के लिए कई फर्जी अकाउंट्स से गतिविधियां संचालित करता था। उसके गिरोह के लोग व्यापारियों और उद्यमियों को धमकी भरे मैसेज भेजते थे।

कैसे हुआ अंत?

हाल ही में छत्तीसगढ़ पुलिस ने उसे रायपुर से गिरफ्तार किया था। जब झारखंड पुलिस उसे रांची ला रही थी, तभी पलामू के चैनपुर इलाके में पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मौके का फायदा उठाकर अमन साहू ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में उसे मार गिराया।

क्या अमन साहू की मौत से गैंग खत्म होगा?

अमन साहू के मारे जाने के बाद उसका गैंग कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन पुलिस अभी भी उसके गुर्गों पर नजर रखे हुए है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पुलिस उसके नेटवर्क के बाकी सदस्यों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

News Update

Recent Comments