Ranchi : आजसू पार्टी में इस्तीफा देने का सिलसिला थम नहीं रहा है। एक दिन पूर्व एनडीए की सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले ही आजसू पार्टी के वरीय उपाध्येक्ष व पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने पार्टी से इस्तीफा देकर झामुमो की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। अब, शनिवार को पार्टी के केंद्रीय सचिव व खिजरी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी पारसनाथ उरांव ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो के नाम पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की घोषणा की है। पत्र ने उन्होंने लिखा है कि जिन सपनों के साथ आजसू पार्टी की स्थापना हुई थी, ऐसा महसूस हो रहा है कि पार्टी में उससे विपरित दिशा में कार्य चल रहा है।
झारखंड आंदोलनकारियों और शहीदों का सपना नहीं हो रहा पूरा
पारसनाथ उरांव ने आगे लिखा है कि झारखंड के आंदोलनकारियों और शहीदों के प्रति जो सपना देखा गया था, उन सपनों का पूरा न होना और झारखंड में स्थानीय नीति, नियोजन नीति का न होना, यहां के लोगों के विस्थापन जैसे मुद्दों पर मुकर जाना, युवाओं की जन भावनाओं का सम्मान नहीं मिलना एवं भाजपा का आदिवासियों के साथ र्दुव्यवहार करना, मुझे आहत करता रहा है।
आदिवासियों का अपमान करने वाली पार्टी से गठबंधन से आहत हूं
आजसू पार्टी ने दिग्गत नेता ने यह भी लिखा है कि मध्य प्रदेश में गरीब आदिवासी के सिर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पेशाब करना और मणिपुर में सड़क पर आदिवासी बेटी को नंगा कर गोली मारना और जलाना जैसे मुद्दों पर भाजपा की चुप्पी आदिवासी समाज को आहत करती है। ऐसी पार्टी के साथ आजसू पार्टी का गठबंधन मुझे आहत करता है। इस कारण दुखी होकर मैं आजसू पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
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