J & K : गांदरबल में सोनमर्ग के पास गगनगीर इलाके में जेड मोड़ सुरंग निर्माण कर रही कंपनी में कार्यरत प्रवासी मजदूरों पर रविवार की रात आतंकियों ने हमला कर दिया। हमले में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य मजदूर घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा के सहयोगी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।मिली जानकारी के अनुसार मध्य कश्मीर के गांदरबल में गगनगीर गुंड इलाके में आतंकियों ने सुरंग बना रही कंपनी एप्को के कर्मियों के कैंप पर पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग की। हमला होते ही कर्मचारियों में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। चीख पुकार मच गई। हमले में एक डॉक्टर समेत सात लोगों की मौत हुई है। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि हमले में शामिल आतंकियों को मार गिराया जा सके। सुरक्षा बलों के अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों से घटना के बारे में जानकारी हासिल की है। घटना के बाद पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रवासी मजदूरों के कैंप पर भी अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी गई है। वाहनों की तलाशी भी ली जा रही है।
मालूम हो कि शुक्रवार को आतंकियों ने बिहार के मजदूर की शोपियां में गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोलियों से छलनी उसका शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। इस घटना के विरोध में नागरिक समाज तथा कॉलेज के छात्रों ने शनिवार को विरोध मार्च निकालकर शांति की अपील की थी। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटना की निंदा की थी। उन्होंने लिखा की गगनगीर में गैरस्थानीय मजदूरों पर कायरतापूर्ण हमले की बेहद दुखद खबर है। मैं निर्दोष लोगों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
The casualty figure from the Gagangir attack is not final as there are a number of injured labourers, both local & non-local. Praying that the injured make a full recovery as the more seriously injured are being referred to SKIMS, Srinagar.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 20, 2024
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मैं गगनगीर में नागरिकों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस घृणित कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमने जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दी है।’
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में नागरिकों पर हुआ नृशंस आतंकी हमला कायरतापूर्ण घृणित कृत्य है। इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हमारे सुरक्षा बलों की ओर से कड़ी से कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस अत्यंत दुख की घड़ी में, मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’
The dastardly terror attack on civilians in Gagangir, J&K, is a despicable act of cowardice. Those involved in this heinous act will not be spared and will face the harshest response from our security forces. At this moment of immense grief, I extend my sincerest condolences to…
— Amit Shah (@AmitShah) October 20, 2024
बताते चलें की कश्मीर में प्रवासी मजदूर फिर आतंकियों के निशाने पर हैं। उमर अब्दुल्ला सरकार के शपथ लेने के पांच दिन के भीतर प्रवासी मजदूरों पर ये दूसरा आतंकी हमला है। इस बार तो उमर के विधानसभा हल्के गांदरबल में हुआ है। इन हमलों ने एक बार फिर कश्मीर के अलग अलग जिलों में काम करने वाले 50 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ये नई सरकार के लिए भी चुनौती है। मौजूदा वर्ष में कश्मीर में गैर कश्मीरियों पर ये पांचवां आतंकी हमला भी है।
मालूम हो की कश्मीर के अलग अलग जिलों में चलने वाली तमाम बड़ी परियोजनाओं में प्रवासी मजदूर काम करते हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब के मजदूर कश्मीर में सेब के बागों और इसकी पैकिंग में काम करते हैं। निर्माण कंपनियों के विभिन्न प्रोजेक्ट में ये काम करते हैं। यहां तक कि कश्मीर में स्थानीय स्तर पर फल सब्जी बेचने वालों में भी इनकी बड़ी संख्या है। रेलवे की योजनाओं में भी इन मजदूरों से काम लिया जाता है।
Read More : BJP ने जारी की पहली लिस्ट, रांची सीट किसके नाम… जानें