Jharkhand: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें विशेष विमान से दिल्ली ले जाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, 80 वर्षीय शिबू सोरेन को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इस स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपने पिता के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी सांस की तकलीफ के कारण शिबू सोरेन को रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
शिबू सोरेन का राजनीतिक सफर
शिबू सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हैं और झारखंड की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। उन्हें ‘गुरुजी’ के नाम से भी जाना जाता है। यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में वे कोयला मंत्री बने थे, लेकिन चिरूडीह हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
शिबू सोरेन ने पहली बार 1977 में लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए। हालांकि, 1980 में उन्होंने जीत दर्ज की और उसके बाद 1986, 1989, 1991, 1996, और 2004 में दुमका से सांसद बने। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री भी रहे।
झारखंड की राजनीति में अहम भूमिका
शिबू सोरेन का झारखंड की राजनीति में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और अलग झारखंड राज्य की मांग को मजबूती से रखा। वर्तमान में उनके बेटे हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
फिलहाल, शिबू सोरेन की तबीयत को लेकर झारखंड में उनके समर्थकों में चिंता का माहौल है। उनकी सेहत को लेकर पार्टी कार्यकर्ता लगातार दुआ कर रहे हैं।