प्रयागराज: मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर आस्था का सैलाब उमड़ा, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए। स्नान के दौरान बैरिकेडिंग टूटने से भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं और जांच के आदेश दिए हैं।
कैसे हुई भगदड़?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रात 2 बजे से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम क्षेत्र में जुटने लगी थी। बढ़ते दबाव के कारण बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे भगदड़ मच गई। कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हालात अचानक बिगड़े और लोग खुद को संभाल नहीं पाए।
प्रशासन ने संभाली स्थिति
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।
अखाड़ों का स्नान स्थगित
महंत राजू दास ने बताया कि उनके अखाड़े का अमृत स्नान सुबह 8:30 बजे प्रस्तावित था, लेकिन स्थिति को देखते हुए इसे स्थगित करने का फैसला किया गया। अखाड़ा परिषद ने कहा कि भीड़ नियंत्रित होने के बाद ही संत स्नान करेंगे।
श्रद्धालुओं की अपील
चंदौली से आई एक महिला ने बताया, “हम शांति से स्नान करने आए थे, लेकिन अचानक भगदड़ मच गई।” कई अन्य श्रद्धालुओं ने भी ऐसी ही आपबीती सुनाई और कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए थे।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कुंभ क्षेत्र में अनुमान से अधिक भीड़ पहुंचने के कारण यह स्थिति बनी। फिलहाल, प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।