रांची: झारखंड आंदोलनकारी और पत्रकार प्रवीण प्रभाकर ने आजसू पार्टी में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ घर वापसी की। इस दौरान आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो और अन्य प्रमुख नेताओं की उपस्थिति रही।
प्रवीण प्रभाकर ने कहा, “मैं कुछ वर्षों के लिए राजनीति से दूर हो गया था और झारखंड आंदोलन में अपनी भूमिका निभा रहा था, लेकिन आजसू का विजन राज्य में नकारा नहीं जा सकता। वोट की राजनीति अलग होती है, लेकिन जमीन की राजनीति की अहमियत होती है। इसलिए मैं आजसू के सिद्धांत और विजन के साथ जुड़ा हूं और आगे पार्टी के हित में काम करूंगा।”
आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने प्रवीण प्रभाकर की घर वापसी का स्वागत करते हुए कहा, “प्रवीण प्रभाकर हमेशा हमारे दिल में थे, भले ही वे दल से अलग हो गए थे। वोट की राजनीति का अपना महत्व है, लेकिन झारखंड के लिए आजसू का सिद्धांत और विजन एक अहम मार्गदर्शन है। झारखंड की जमीनी राजनीति को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। भले ही जनता ने आजसू को नकारा हो, हम फिर से अपने संघर्ष के बल पर एक मजबूत राजनीतिक पहचान बनाएंगे।”
यह घटनाक्रम राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, क्योंकि आजसू पार्टी के लिए यह घर वापसी बड़ी राजनीतिक बदलाव का संकेत हो सकता है।