Ranchi: होली के पावन अवसर पर राष्ट्र संवर्धन समिति द्वारा एक भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह आयोजन न केवल सामाजिक समरसता का प्रतीक बना, बल्कि शिक्षा और राष्ट्र निर्माण के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया।
समरसता और राष्ट्र निर्माण की दिशा में संगठन का प्रयास
राष्ट्र संवर्धन समिति, जो कि सोसाइटी निबंधन एक्ट 1860 की धारा XXI के अंतर्गत निबंधित एक सामाजिक संगठन है, राष्ट्रीय जीवन मूल्यों के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह संगठन वंचित समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सहयोग प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
झारखंड जैसे जनजातीय बहुल राज्य में विभिन्न राष्ट्रविरोधी शक्तियां जनजातीय समाज को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं। हाल ही में पत्थरगढ़ी आंदोलन, पैसे के आधार पर अनाथ बच्चों को गोद लेने की घटनाएं और कोल्हान को अलग राज्य बनाने की मांग जैसी गतिविधियों से राज्य में एक बड़े षड्यंत्र की आशंका बनी हुई है।
शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्र संवर्धन समिति का योगदान
इन चुनौतियों को देखते हुए, संगठन ने पिछले दो वर्षों से जनजातीय बालकों के लिए ‘प्रणवानंद बिरसा मुंडा जनजातीय छात्रावास’ का संचालन किया है। यह छात्रावास समाज के सहयोग से सफलतापूर्वक चल रहा है, जहां झारखंड के विभिन्न जिलों के बालक भारतीय जीवन मूल्यों के आधार पर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
संगठन की आगामी योजना मकलूस्किगंज (रांची) में एक विद्यालय सह छात्रावास स्थापित करने की है। इस परियोजना के लिए भूमि प्राप्त कर ली गई है और वर्तमान में वहां ग्राम जागरण और ग्राम संस्कार केंद्रों के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। भविष्य में यह शिक्षण केंद्र 2000 जनजातीय बालकों को निःशुल्क आधुनिक और सुविधायुक्त शिक्षा प्रदान करेगा।
समारोह में समाज के प्रतिष्ठित सदस्यों की उपस्थिति
आज के होली मिलन समारोह में समाज के कई प्रतिष्ठित सदस्य और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें प्रमुख रूप से अनिल ठाकुर, विवेक भसीन, गुंजन भसीन, विजय कुमार, विष्णु जालान, गणेश रेड्डी, राजीव कमल बिट्टू, राजकिशोर सिंह, आनंद दूबे, कर्मवीर सिंह, धनंजय सिंह, वेदान्त, संजीव, सौरभ, ऋषिकेश कुमार, रुपेश चौबे, राजेंद्र मिश्र, विजय घोष, महेंद्र कुमार, संजय कुमार, डॉ. ज्योति प्रकाश सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
समाज में एकता और सहयोग का संदेश
यह होली मिलन समारोह केवल रंगों का उत्सव नहीं था, बल्कि समाज में एकता, भाईचारा और सहयोग की भावना को बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम बना। समारोह में सभी ने एकजुट होकर राष्ट्र और समाज की उन्नति के लिए अपने योगदान का संकल्प लिया।