KhabarMantraLive: महाकुंभ से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है, बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को किन्नर अखाड़े से हटा दिया गया है. दोनों को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर के पदों से बर्खास्त कर दिया गया, साथ ही अखाड़े से भी निष्कासित कर दिया गया है. यह कदम किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने उठाया है.
अखाड़े के खिलाफ कामने का लगाया गया आरोप
दरअसल अजय दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा और जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर का चयन किया जाएगा. ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही यह मुद्दा विवादों में था, क्योंकि सवाल उठाए जा रहे थे कि एक महिला को इस पद पर नियुक्त क्यों किया गया. जारी प्रेस विज्ञप्ति में ये कहा गया है कि आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी तथा कथित ने असवैधानिक ही नहीं अपितु सनातन धर्म व देश हित को छोड़कर ममता कुलकर्णी जैसे देशद्रोह के मामले में लिप्त महिला जो की फिल्मी ग्लैमर से जुड़ी हुई है, उसे बिना किसी धार्मिक प अखाड़े की परंपरा को मानते हुए वैराग्य की दिशा के बजाय सीधे महामंडलेश्वर की उपाधि व पट्टा अभिषेक कर दिया. जिस कारण से मुझे आज बेमन से मजबूर होकर देश हित सनातन एवं समाज हित में इन्हें पद मुक्त करना पड़ रहा है.
कुछ दिन पहले ही ममता ने किया था अपना पिंडदान
बता दें कि कुछ दिन पहले, ममता कुलकर्णी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में अपना पिंडदान किया था और संन्यास ले लिया था. इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने की घोषणा की गई थी, और उनका नाम श्री यामाई ममता नंद गिरी रखा गया था. हालांकि, इस फैसले पर विवाद शुरू हुआ और आज उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है.