प्रयागराज: महाकुंभ 2025 अपने समापन की ओर बढ़ रहा है, जहां 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ इस महापर्व का समापन होगा। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम नगरी में उमड़ पड़ी है। सोमवार, 24 फरवरी को महाकुंभ के 43वें दिन संगम में लगभग 1.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल 63 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।
महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी आमद
महाशिवरात्रि के अवसर पर देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बंगाल और बिहार समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में गाड़ियां प्रयागराज आ रही हैं, जिससे प्रयागराज, मिर्जापुर और वाराणसी हाईवे पर भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय निवासियों को विशेष रूप से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, खासकर उन लोगों को जो इलाज और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए शहर आ-जा रहे हैं।
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन सतर्क
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयागराज पुलिस पूरी तरह सक्रिय है। पुलिसकर्मी लाउडस्पीकर के माध्यम से निर्देश जारी कर रहे हैं और कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है। सोरांव, होलागढ़ मोड़ और अंदावा तिराहा जैसे इलाकों में ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों को मशक्कत करनी पड़ी।
रोडवेज ने बढ़ाई बसों की संख्या
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रोडवेज ने बसों की संख्या बढ़ाकर 600 कर दी है, जो 28 फरवरी तक नियमित रूप से संचालित होंगी। प्रमुख स्थानों से हर 10 मिनट में बसें उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी न हो।
प्रशासन ने सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाशिवरात्रि स्नान को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में ADG, DIG, कमिश्नर, कलेक्टर सहित कई अधिकारी शामिल हुए। प्रशासन ने अगले 48 घंटों में भारी भीड़ की संभावना जताई है और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है।
श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर
महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लोग लगातार पहुंच रहे हैं। प्रशासन ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण में जुटा है, लेकिन स्थानीय लोगों को राहत मिलने में कुछ दिन और लग सकते हैं।