Palamu/Ranchi: झारखंड पुलिस ने मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को मार गिराया है। यह घटना मंगलवार की सुबह पलामू के चैनपुर के अंधारी ढोडा के पास में हुई। अमन साहू को रांची पुलिस की टीम रायपुर से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी। इसी क्रम में पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसके बाद अमन साहू ने पुलिस का हथियार छीन कर भागने की कोशिश की। इस क्रम में पुलिस ने उसे रुकने की चेतावनी भी दी, पर वह नहीं रुका और और पुलिस पर गोलीबारी कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की। इस दौरान अमन साहू को कई गोलियां लगी पुलिस की गोली लगने से झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू ढेर हो गया। इस दौरान एक पुलिस जवान के भी घायल होने की सूचना है।
रांची के ठाकुरगांव मतबे गांव का रहने वाला था अमन साहू
बता दें कि अमन साहू रांची के ठाकुरगांव के समीप मतबे गांव का रहने वाला था। उसके ऊपर झारखंड के अलग-अलग जिलों में हत्या, रंगदारी सहित लेवी वसूली के 50 से अधिक मामले दर्ज थे। वर्ष 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था और तब से वह झारखंड के कारोबारियों, ठेकेदारों और माइनिंग कंपनियों के लिए आतंक का पर्याय बन चुका है। सोशल मीडिया पर उसने कई बार हथियार लहराकर फ़ोटो भी पोस्ट किया था। वहीं, अमन साहू जेल से ही अलग-अलग जिलों के कारोबारियों को लगातार धमकी देने और रंगदारी वसूलने का काम करता था।
कब-कब किस-किस जेल में बंद रहा अमल साहू
29 अक्टूबर 2021 – रांची से मंडल कारा पाकुड़
13 अप्रैल 2022 – मंडल कारा पाकुड़ से गिरिडीह सेंट्रल जेल
23 जुलाई 2022 – गिरिडीह सेंट्रल जेल से मंडल कारा सिमडेगा
17 सितंबर 2022 – मंडल कारा सिमडेगा से पलामू सेंट्रल जेल
24 नवंबर 2022 – पलामू सेंट्रल जेल से दुमका सेंट्रल जेल
19 अगस्त 2023 – दुमका सेंट्रल जेल से मंडल कारा चाईबासा
11 अक्टूबर 2023 – मंडल कारा चाईबासा से पलामू सेंट्रल जेल
20 जून 2024 – पलामू सेंट्रल जेल से गिरिडीह सेंट्रल जेल
21 जुलाई 2024 – गिरिडीह सेंट्रल जेल से चाईबासा सेंट्रल जेल
14 अक्टूबर 2024 – चाईबासा सेंट्रल जेल जेल से रायपुर (छत्तीसगढ़) सेंट्रल जेल
10-11 मार्च 2025 – रायपुर सेंट्रल जेल से रांची लाने के क्रम में एनकाउंटर
3.5 साल में 10 अलग-अलग जेलों में हो चुका था ट्रांसफर
अमन साहू का गिरोह राजधानी रांची के अलावा रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो में सक्रिय है। बीते साढ़े तीन साल में अमन साहू को 10 अलग-अलग जेलों में ट्रांसफर किया जा चुका था। इस दौरान उसने जेलरों को भी धमकी दी और उन पर अपने गुर्गों से गोलियां भी चलवाई। अमन साहू पर रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में एक कारोबारी के दफ्तर के बाहर गोलीबारी के गंभीर आरोप थे। इस मामले में वह अक्टूबर 2024 से छत्तीसगढ़ के रायपुर जेल में बंद था। इस बीच रांची के बरियातू में कोयला कारोबारी पर हमला और हजारीबाग में एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर केस में उसे पूछताछ के लिए झारखंड पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर रांची ला रही था।
गिरोह के सदस्यों ने पुलिस वाहन पर बम फेंका
जानकारी के मुताबिक, अमन साहू गिरोह के सदस्यों ने चैनपुर और रामगढ़ थाना के बीच अंधारी ढोढ़ा में पुलिस वाहन पर बम से हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसके बाद अमन साहू पुलिस जवान का इंसास राइफल छीन कर भागने लगा। लेकिन वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाया और पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया। इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद पलामू एसपी रीष्मा रमेशन समेत पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं।
यूपी वाले बाबा का फार्मूला झारखंड में काम आया
उल्लेखनीय है कि यूपी वाले बाबा यानी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में जिस तरह कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया था, ठीक उसी तरह झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर से रांची लाने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलट गई। और अमन साहू ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने के क्रम में गोलीबारी की। वहीं, जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से कुख्यात अमन साहू मारा गया।