Ranchi: कुड़मी को एसटी का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर एक बार फिर से आंदोलन की तैयारी है। इसको लेकर समाज के लोग गोलबंद होना शुरू हो चुके हैं। कुड़मी जाति को एसटी का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर समाज द्वारा 20 सितंबर को रेल टेका आंदोलन चलाने की घोषणा की गयी है। आंदोलन के दौरान झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में करीब 100 रेलवे स्टेशनों पर रेल परिचालन ठप कराया जायेगा। आदिवासी कुड़मी समाज की बीते दिनों पश्चिम बंगाल में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
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संवैधानिक तरीके से मांगे उठायी, पर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया
कुड़मी समाज के मुख्य संरक्षक अजीत प्रसाद महतो ने कहा है कि कुड़मी को एसटी का दर्जा दिलाने के लिये सभी संवैधानिक तरीकों का पालन किया गया। लेकिन हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसलिये, अब चुप बैठने का वक्त नहीं रहा। दिल्ली व राज्यों में बैठे बड़े नेताओं को पता चलना चाहिए कि कुड़मी समाज की मांगों पर विचार नहीं करना कितना अब मुश्किल है।
2024 में किया था आंदोलन, अब 20 सितंबर को रेल टेका आंदोलन
वर्ष 2024 में भी कुड़मी समाज ने अपनी मांग को लेकर झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आंदोलन किया था। इसका असर न सिर्फ रेल परिचालन पर पड़ा था, बल्कि झारखंड-बंगाल के हाईवे पर भी आंदोलन का असर पड़ा था। अब, कुड़मी समाज द्वारा फिर से रेल परिचालन को ठप करने का आंदोलन 20 सितंबर को शुरू करने वाला है। इस दौरान 8 माह की बची हुई अवधि में समाज के अग्रणी लोग तीनों राज्यों में बैठक कर आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति बनायेंगे।
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