KhabarMantraLive : लुभावन मियां- प्रेशर बनाने के लिये खाट पर बैठे हुक्का पी रहे थे…! थोड़ी देर बाद रशिकलाल की आवाज आई…! मियां..! चलो …! जल्दी से निपट कर आते हैं… ! फिर नेताजी का सभा में जाना है…! मिया- रुको महाराज…! प्रेशर नहीं बन रहा है..! (रशिकलाल मियां के आंगन में) -गजबे करते हो मियां…! कोनो चिलम टानने से प्रेशर बनता है का..? चलो… पैदल चलोगे तो प्रेशर बन जायेगा…! तैमद संभालते हुए मियां- चलो…! हाथ में लोटा लेकर दोनों मैदान की ओर चलते हुए…! कौन नेता का सभा है महाराज…? लुभावन ने पूछा..! रशिकलाल- मियां.. अपना लटकन को सपोर्ट देने के लिये कोई बड़का नेता आ रहा है…! सुने हैं कि स्कूल मैदान में बहुत बड़ा चुनावी सभा होगा…! मियां- ई लटकन जीत पायेगा…महाराज..? हर बार पार्टी बदलकर चुनाव में खड़ा हो जाता है…! रशिकलाल- उसका जाति का वोट बहुत है..! बॉर्डर के बाहर से आदमी बुलाकर वोटर कार्ड बनवा दिया है…! काहे नहीं जीतेगा..? मियां- ई फालतू का बात है महाराज….! रशिकलाल- जमाई टोला गये हो…कभी…? साला वहां जाकर देखो… कैसा भसड़ मचा हुआ है…! भगवा रंग का नेता भी जानता है कि उसको वहां से वोट नहीं मिलेगा…! मियां- महाराज, जमाई टोला नहीं गये हैं लेकिन वहां का रिपोर्ट जो तुम बता रहे हो, वैसा नहीं है..! लटकन भी कल प्रेस कांफ्रेंस में क्लीयर कर दिया है कि उसका विधानसभा में कोई घुसपैठ नहीं हुआ है…! रशिकलाल- ई बताओ अगर नहीं हुआ है तो हमरा जाति का संख्या एतना कम कैसे हो गया…? मियां- महाराज…! तुमरा जाति वाला सब असम, दिल्ली, पंजाब चला जाता है… इसलिये कम हो गया…! रशिकलाल- फालतू का बात मत किया करो…! हाइकोर्ट/ सुप्रीम कोर्ट सब बोल चुका है… हमरा जाति का आबादी कम हुआ है…! एक कमेटी बनाने को भी बोला लेकिन तुमरा लटकनवा सुनबे नहीं करता है…! मियां- महाराज…! छोड़ो ई सब बात को…! प्रेशर बन गया है…! तेज चलो…! नहीं तो तैमद खराब हो जायेगा…! (रशिकलाल मन ही मन में बड़बड़ाते हुए)- साला, जमाई टोला का बात आया तो इसका प्रेशर बन गया…