KhabarMantraLive: गढ़वा प्रखंड के फरठिया गांव में रविवार को 250 से अधिक ग्रामीणों ने मुआवजा की मांग को लेकर डेंटल कॉलेज मोड़ से नावाडीह गांव तक बन रही सड़क का निर्माण कार्य रोक दिया। ग्रामीण सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक पंचायत भवन के पास विरोध प्रदर्शन करते रहे। उनका कहना था कि मुआवजा भुगतान किए बिना कार्य शुरू करना अन्यायपूर्ण है।
क्या है ग्रामीणों की मांग?
ग्रामीणों का कहना है कि वे विकास कार्य के विरोधी नहीं हैं, लेकिन मुआवजा दिए बिना भूमि अधिग्रहण करना सही नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि पहले मुआवजा का भुगतान किया जाए, उसके बाद ही सड़क निर्माण कार्य किया जाए।
पदाधिकारियों की पहल
विरोध के दौरान मौके पर विभागीय जेई अंकित प्रसाद और नियुक्त दंडाधिकारी मनोज कुमार शुक्ला पहुंचे। ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर विभागीय जेई को आवेदन सौंपा। इसके बाद ही प्रदर्शन समाप्त हुआ।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य पिछले ढाई माह से चल रहा है। इस दौरान प्रशासन की ओर से सिर्फ एक बार अमीन आए, जिन्होंने मकान और भूमि का मुआयना कर निशान लगाए। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्रभावित मकान और खेत
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिससे उनके खेतों को नुकसान हो रहा है। साथ ही, कई मकानों को तोड़े जाने की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अधिकारियों पर सवाल
ग्रामीणों ने कहा कि डेढ़ माह पहले उन्होंने उपायुक्त से मुलाकात की थी, जिन्होंने मुआवजा भुगतान का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे न्यायालय का रुख करेंगे।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने साफ कहा कि मुआवजा भुगतान के बिना वे किसी भी हाल में सड़क निर्माण कार्य को आगे नहीं बढ़ने देंगे।
प्रदर्शन में फरठिया पंचायत की बीडीसी सोनिया देवी, मुखिया प्रतिनिधि शहंशाह, रीता देवी, संजू देवी, अलाउद्दीन अंसारी, महावीर उरांव, बीसू उरांव और लेयाकत अंसारी समेत कई ग्रामीण शामिल थे।