Ranchi: झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज उत्तराखंड से ‘युवा संगम’ कार्यक्रम के तहत झारखंड की यात्रा पर आये युवाओं के साथ राज भवन में संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत पूरे विश्व में ‘विविधता में एकता’ का अद्वितीय और उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। साथ ही साथ उन्होंने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल को PM मोदी की दूरदर्शिता बताया। राज्यपाल ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के बीच सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान के माध्यम से एकता और सद्भाव को बढ़ावा देना है।
झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड और उत्तराखंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों राज्यों का गठन वर्ष 2000 में हुआ था। देवभूमि उत्तराखंड, अपने पवित्र तीर्थस्थलों और हिमालय की छटा के लिए प्रसिद्ध है। वहीं, झारखंड अपनी खनिज संपदा, सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। पर्यटन के क्षेत्र में यहां अपार संभावनाएं हैं, विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बैद्यनाथ समेत कई मंदिर आस्था के प्रमुख केंद्र हैं। उन्होंने IIT (ISM), धनबाद द्वारा इस कार्यक्रम की मेज़बानी की सराहना की।
राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं युवा
राज्यपाल ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि उनकी ऊर्जा और नवाचार भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभाएं। इस मौके पर उत्तराखंड से पहुंचे युवाओं ने भी अपने-अपने विचार रखे। बता दें कि उत्तराखंड से युवा पांच दिवसीय यात्रा पर झारखंड आये हुए हैं और आज इनका राज्य में दूसरा दिन है।
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