Ranchi: झारखंड में 7 महीने से ज्यादा समय से JPSC अध्यक्ष का पद रिक्त है। इसके कारण JPSC 11वीं और 13वीं सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हो पाया है। इसको लेकर JPSC अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश है। अभ्यर्थियों ने गुरुवार को JPSC कार्यालय के मुख्य गेट के बाहर JPSC का सांकेतिक पिंड दान किया। इसके बाद सांकेतिक ब्रह्म भोज का भी आयोजन किया गया। बता दें कि दो दिन पूर्व राज्य भर से आये दर्जनों अभ्यर्थियों ने JPSC कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया था। इसके बाद आयोग की और सांकेतिक शव यात्रा निकाली गयी और फिर अभ्यर्थी सत्यनारायण शुक्ला ने सिर भी मुड़वाया था।
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नौकरी की जगह JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति का कर रहे इंतजार
JPSC कार्यालय के बाहर पिंड दान और ब्राह्मण भोज कार्यक्रम के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि JPSC अध्यक्ष पद पिछले 7 महीनों से रिक्त है। इस वजह से JPSC 11वीं और 13वीं सिविल सेवा मेंस परीक्षा का परिणाम प्रकाशित नहीं किया जा रहा है। इससे राज्य के युवाओं का भविष्य अंधकार में है। झारखंड के छात्रों को नौकरी लेने की जगह JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति का इंतजार करना पड़ रहा है। यह इस राज्य का दुर्भाग्य है कि पिछले 7 महीने से सरकार को कोई योग्य अफसर ही नहीं मिल रहा है, जिसे JPSC अध्यक्ष पर पर नियुक्त किये जा सके।
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JPSC अध्यक्ष नियुक्ति की दिशा में सकारात्मक पहल करे सरकार
JPSC के पिंडदान कार्यक्रम में कर्ता बने अभ्यर्थी सत्यनारायण शुक्ला ने कहा कि हमलोगों ने राज्य सरकार तक मैसेज पहुंचाने के लिये JPSC का सांकेतिक पिंडदान किया है। इसका मूल उद्देश्य यही है कि सरकार तक युवाओं बात पहुंचे और JPSC अध्यक्ष की शीघ्र नियुक्ति की दिशा में सकारात्मक पहल हो। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि JPSC पूरी तरह से मर चुका है। सरकार से यही मांग है कि जल्द JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति कर JPSC का पुनर्जन्म करें।
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