Ranchi: झारखंड BJP अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रांची नगर निगम (RMC) पर करोड़ों रुपये खर्च कर पौधरोपण में अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ऑफिसियल ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा है, ‘‘रांची नगर निगम ने शहर को हरा-भरा बनाने के नाम पर 6.40 करोड़ रुपये खर्च कर 20 हजार पौधे लगाए थे। लेकिन इनमें से 90% पौधे सूख चुके हैं। हर पौधे पर करीब 3200 रुपये खर्च किये गये, जिसमें उसकी देखभाल और सिंचाई की जिम्मेदारी भी शामिल थी। इसके बावजूद, आज स्थिति यह है कि जिन पौधों से शहर को हरियाली से भरने का सपना दिखाया गया था, वे अब बंजर जमीन पर मुरझाए खड़े हैं।’’
Read More : Good News: अब होम लोन और EMI दरें होंगी सस्ती, RBI ने रेपो रेट घटाया
Read More : प्रयागराज में सिलेंडर विस्फोट से लगी आग, 20 से अधिक टेंट जलकर खाक
‘‘नगर निकाय चुनाव रोक कर बड़े घोटालों को अंजाम दे रही सरकार’’
मरांडी ने सवाल किया है कि जब इतने बड़े पैमाने पर सरकारी धन खर्च किये गये थे, तो इन पौधों की उचित देखभाल और सिंचाई क्यों नहीं की गई? नगर निगम के पास पौधों के सूखने का सटीक डेटा तक नहीं है, जो इस मामले को और भी संदेहास्पद बनाता है। इस मामले में BJP प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य सरकार को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने दावा किया है कि सूबे की हेमंत सरकार, नगर निकाय का चुनाव रोक कर अधिकारियों के माध्यम से इसी प्रकार के बड़े घोटालों को अंजाम दे रही है। उन्होंने CM हेमंत सोरेन से मांग की है कि इस योजना में हुई वित्तीय अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
रांची नगर निगम ने शहर को हरा-भरा बनाने के नाम पर 6.40 करोड़ रुपये खर्च कर 20 हजार पौधे लगाए थे, लेकिन इनमें से 90 प्रतिशत पौधे सूख चुके हैं। हर पौधे पर करीब 3200 रुपये खर्च किए गए, जिसमें उसकी देखभाल और सिंचाई की जिम्मेदारी भी शामिल थी। इसके बावजूद, आज स्थिति यह है कि जिन पौधों…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) February 7, 2025
‘‘सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के कर्मचारियों को 4 महीने से वेतन नहीं’’
बाबूलाल मरांडी ने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के कर्मचारियों को 4 महीने से वेतन नहीं मिलने का मामला भी उठाया है। एक अन्य पोस्ट में BJP प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा है, ‘‘हेमंत सोरेन ने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये बहा दिए, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। इन स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों को 4 महीनों से वेतन नहीं मिला, जबकि सरकार उन्हें 10 हजार रुपये का वेतन देकर पहले ही शोषण कर रही है। प्रचार में चमक-धमक दिखाने वाली सरकार कर्मचारियों के हक का भुगतान करने से क्यों कतरा रही है? संबंधित कर्मचारियों को उनका बकाया वेतन तुरंत भुगतान किया जाए।’’
हेमंत सोरेन जी ने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये बहा दिए, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। इन स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों को 4 महीनों से वेतन नहीं मिला, जबकि सरकार उन्हें 10 हजार रुपये का वेतन देकर पहले ही शोषण कर रही है।
प्रचार में चमक-धमक दिखाने वाली… pic.twitter.com/ApBseubMFT
— Babulal Marandi (@yourBabulal) February 7, 2025
Read More : 12 फरवरी को रांची में वीर सैनिकों और विशिष्ट सैन्य इकाइयों को किया जाएगा सम्मानित