Ranchi: वरिष्ठ झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर 19 जनवरी को घरवापसी करने वाले हैं। वे AJSU पार्टी में शामिल हो रहे हैं। दोपहर एक बजे हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी सुप्रीमो एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो उन्हें सदस्यता ग्रहण करवाएंगे। इस अवसर पर गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, मांडै विधायक तिवारी महतो, प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, हसन अंसारी, राजेंद्र मेहता एवं अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे।इसी के साथ खबर मंत्र लाइव की खबर पर भी मुहर लग गयी है। हमने, 17 जनवरी को ही बता दिया था कि प्रवीण प्रभाकर जल्द ही घर वापसी कर सकते हैं। दरअसल, एक दिन पूर्व ही प्रवीण प्रभाकर ने AJSU पार्टी सुप्रीमो और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो के साथ मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की थी। उन्होंने लिखा था कि सुदेश के साथ झारखंड आंदोलन के दिनों के संघर्ष की यादें साझा हुईं।
बाइक जुलूस लेकर कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचेंगे पार्टी कार्यालय
घर वापसी से पहले प्रवीण प्रभाकर मोराबादी स्थित आवास से बाइक जुलूस लेकर कार्यकर्ताओं के साथ आजसू पार्टी के कार्यालय पहुंचेंगे। इस मौके पर संथाल परगना, पलामू तथा कोयलांचल से भी कार्यकर्ता मिलन समारोह में भाग लेंगे। श्री प्रभाकर की घरवापसी को लेकर कार्यकर्ताओं में खास उत्साह देखने को मिल रहा है।
कभी AJSU पार्टी के ’थिंक टैंक’ माने जाते थे प्रवीण प्रभाकर
प्रवीण प्रभाकर के उस पोस्ट के बाद चर्चा उठने लगी थी कि क्या सुदेश महतो, AJSU पार्टी के पुराने दिग्गज नेता को वापस लाने की कवायद में जुटे हैं? बता दें कि प्रवीण प्रभाकर को AJSU पार्टी का ’थिंक टैंक’ माना जाता था, लेकिन वह 10 वर्ष पूर्व भाजपा में शामिल हो गए थे और प्रदेश प्रवक्ता के रूप में अलग पहचान बनाई थी।
2019 में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर छोड़ दी थी भाजपा
2019 के विधानसभा चुनावों में नाला विधानसभा से टिकट नहीं मिलने के बाद प्रवीण प्रभाकर ने भाजपा छोड़ दी थी और एनपीपी के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था, लेकिन बीच चुनाव में भाजपा का समर्थन कर दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खुद को सक्रिय राजनीति से दूर कर लिया था। कोरोना के बाद वह झारखंड आंदोलनकारियों को संगठित करने में जुट गए थे और हेमंत सरकार पर दबाव डाल कर पेंशन राशि बढ़वाने तथा आंदोलनकारियों के आश्रितों को सरकारी सेवाओं में 5 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा करवाने में उनकी अहम भूमिका रही थी।
AJSU पार्टी की डगमगाती नैया को संभालने में जुटे हुए हैं सुदेश महतो
विगत विधानसभा चुनावों में एनडीए का काफी खराब प्रदर्शन रहा। खासकर AJSU पार्टी और सुदेश महतो का ग्राफ काफी गिर गया। AJSU पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो इस वक्त पार्टी की डगमगाती नैया और खोई विश्वसनीयता को संभालने की जुगत में लगे हुए हैं और पुराने नेताओं की घर वापसी की जद्दोजहद तेज कर दी। इसमें पहली सफलता उन्हें अपने थिंक टैंक नेता रहे प्रवीण प्रभाकर की घर वापसी के बाद मिलने वाली है।