Ranchi : सोमवार को जदयू में घर वापसी के बाद झारखंड आये राजा पीटर का समर्थकों ने रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। वहीं मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि हम और हमारा पूरा परिवार मिलकर समाज सेवा करता है और हम टिकट के लिये किसी दल में नहीं जाते। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर इस भव्य स्वागत के लिये उन्होंने कहा कि यह सब हमारे समर्थकों का प्यार है। वहीं किसी और पार्टी में जाने के सवाल पर उन होने कहा कि को जहाँ सम्मान है वहीं जाना उचित था। उन्होंने कहा कि तमाड़ से विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सब निर्भर हैं।
बताते चलें कि उनके साथ उनकी धर्मपत्नी आरती ने भी इस नये सफर को लेकर खुशी जाहिर की और समर्थकों को अपना परिवार बताया। उन्होंने कहा कि अगर मेरे पति चुनाव लड़े तो हम जरूर आगे बढ़कर उनका साथ देंगे। बाकी हालिया छात्रों के समस्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में थे तो मुझे ज़्यादा जानकारी नहीं है… जानेंगे तो बेहतर प्रक्रिया दे पाएंगे।
शिबू सोरेन को हराकर सुर्खियों में आए थे राजा पीटर
गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर तमाड़ के बौतिया, बरलंगा टोला, कामारापा के रहने वाले हैं। पिता के.मोहन पातर टाटा स्टील में सेवारत थे। राजा पीटर की शिक्षा-दीक्षा जमशेदपुर में ही हुई है। उन्होंने टाटा स्टील में वर्षों तक नौकरी की। लेकिन बाद के दिनों में उन्होंने तमाड़ को अपना कर्मभूमि बना लिया। राजा पीटर साल 2009 में हुये तमाड़ उपचुनाव के वक्त सुर्खियों में आये। तब मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन के लिये उपचुनाव जीतना जरुरी था।
रमेश सिंह मुंडा की 9 जुलाई 2008 को बुंडू के एक स्कूल कार्यक्रम में दिनदहाड़े हत्या के बाद तमाड़ सीट खाली थी। शिबू सोरेन कान्फिडेंट थे, लेकिन मुंडा बहुल तमाड़ में वे राजा पीटर से हार गये। उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी। झारखंड बनने के बाद किसी सीटिंग सीएम की यह पहली हार थी। राजा पीटर राज्य के मद्य एवं निषेध मंत्री भी रह चुके हैं। वह झारखंड जदयू के अध्यक्ष भी रहे हैं।
रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में जमानत पर हैं राजा पीटर
पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड के आरोपी नक्सली कुंदन पाहन के बयान पर राजा पीटर लंबे समय तक जेल में रहे। इस केस को एनआईए ने 28 जून 2017 को टेक ओवर किया था। राजा पीटर को निचली और शीर्ष अदालत से कई बार जमानत खारिज हो चुकी थी। करीब छह साल बाद दिसंबर 2023 में उन्हें झारखंड हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली।
Read More : बिहार के ये दबंग IPS बने IB के डिप्टी डायरेक्टर
Read More : मंत्री दीपिका ने कई भाजपाईयों को कांग्रेस जॉइन कराया
Read More : हेमंत की घोषणा पर बार काउंसिल का दिल…MANGE MORE!
Read More : पार्टी के चक्कर में बदनाम हो रहे…पति-पत्नी !
Read More : झारखंड कैबिनेट में 63 प्रस्तावों पर लगी मुहर…देखिये क्या