KhabarMantraLive : कुल मिलाकर, जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर होने वाला चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। यह देखना दिलचस्प होगा की कोड़ा दंपती अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापिस पाते हैं या सोनाराम सिंकू अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब होते हैं! जगन्नाथपुर विधानसभा सीट कोल्हान की हॉट सीट बन गयी है। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा और कांग्रेस के वर्तमान विधायक सोनाराम सिंकू के बीच कांटे की टक्कर के आसार नजर आ रहे हैं। सोनाराम सिंकू ने हुंकार भरते हुए कहा है कि उनका कोई भी राजनीतिक गुरू नहीं है। जबकि जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता इस बात से अवगत है कि जिस वक्त मधु कोड़ा के चुनाव लड़ने को लेकर अदालत ने रोक लगाई थी तो उसी दौरान मधु कोड़ा ही एक ऐसे नेता थे जिनकी पहली पसंद सोनाराम सिंकू थे और उन्होंने ही कूटनीति के माध्यम से उन्हें इस सीट से चुनाव लड़वाया था। लेकिन अब वहीं सोनाराम सिंकू मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। गीता कोड़ा इस मामले में कह चुकी हैं कि लोकतंत्र में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है। मैदान में कोई भी रहे लेकिन जीत उनकी पक्की है। वर्तमान सरकार पर उन्होंने आरोप लगाये हैं कि क्षेत्र के विकास में कई तरह की रूकावटें पैदा की हैं और सोनाराम सिंकू सरकार में रहते हुए भी क्षेत्र के विकास को लेकर गंभीर नहीं रहे हैं। वहीं सोनाराम सिंकू का कहना है की उनकी जीत सुनिश्चित है क्योंकि जनता भी जानती है कि वर्तमान सरकार ने क्षेत्र के विकास में कई पायदान पर काम किया है। बता दें कि 13 नवंबर को कोल्हान की इस सीट पर मतदान होना है और चुनाव की रणनीतियां बनाने में दोनों ही कैंडीडेट मैदान में डटे हुए हैं और जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
मधु कोड़ा ने निर्दलीय विधायक के रूप में रचा था इतिहास
वहीं मधु कोड़ा ने एक निर्दलीय विधायक के रूप में झारखंड के मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रच दिया था। वे और उनकी पत्नी गीता कोड़ा सिंहभूम लोकसभा सीट से सांसद भी रहीं। हालांकि, इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी गीता कोड़ा को हार का सामना करना पड़ा। अब गीता कोड़ा आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत जगन्नाथपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरने के लिये तैयार नजर आ रही हैं। यह चुनाव कोड़ा दंपत्ति के लिये बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनकी राजनीतिक ताकत और भविष्य तय करेगा।
कांग्रेस के सोनाराम सिंकू कोड़ा दंपती को देंगे टक्कर
पिछले विधानसभा चुनाव में कोड़ा दंपत्ति ने अपने करीबी सोनाराम सिंकू को कांग्रेस के टिकट पर जगन्नाथपुर से चुनाव लड़ाया था और उन्हें जीत भी मिली थी। लेकिन अब विधायक सोनाराम सिंकू कोड़ा दंपती को कड़ी टक्कर देने के लिये तैयार हैं। हाल ही में विधायक सिंकू ने यह कहकर सियासी पारा चढ़ा दिया कि- ‘राजनीति में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है’
मधु कोड़ा को चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य घोषित किया गया था तब?
कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में मधु कोड़ा को दोषी ठहराते हुए उन्हें चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य घोषित कर दिया था। लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी गीता कोड़ा को सांसद बनाकर जिले की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी। कांग्रेस में शामिल होने और गीता के सांसद बनने के बाद राज्य की राजनीति में भी कोड़ा दंपत्ति का प्रभाव बढ़ गया था।
कोड़ा दंपती के करीबी सिंकू ने सभी को चौंकाया
जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो दशक से मधु कोड़ा और गीता कोड़ा का दबदबा रहा। लेकिन इस बीच 2019 के चुनाव में गीता कोड़ा के सांसद बन जाने और मधु कोड़ा के चुनाव में नहीं पड़ जाने के कारण उन्होंने अपने करीबी सोनाराम सिंकू को कांग्रेस उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में सोनाराम सिंकू ने बड़ी जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया। दूसरे स्थान पर झाविमो के मंगल सिंह बोबोंगा रहे। जबकि 2014 और 2019 में बीजेपी उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे।
2024 लोकसभा चुनाव में जगन्नाथपुर सीट में जेएमएम को बढ़त |
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उम्मीदवार का नाम |
पार्टी |
प्राप्त मत |
जोबा मांझी |
जेएमएम |
70082 |
गीता कोड़ा |
भाजपा |
49105 |
2019 में जगन्नाथपुर सीट का चुनाव परिणाम |
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उम्मीदवार का नाम |
पार्टी |
प्राप्त मत |
सोना राम सिंकू |
कांग्रेस |
32499 |
मंगल सिंह बोबोंगा |
झाविमो |
20893 |
2014 में जगन्नाथपुर सीट का चुनाव परिणाम |
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उम्मीदवार का नाम |
पार्टी |
प्राप्त मत |
गीता कोड़ा |
जेबीएसपी |
48546 |
मंगल सिंह |
सुरेन भाजपा |
23935 |
2009 में जगन्नाथपुर सीट का चुनाव परिणाम |
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उम्मीदवार का नाम |
पार्टी |
प्राप्त मत |
गीता कोड़ा |
जेबीएसपी |
37145 |
सोनाराम बिरुआ |
भाजपा |
11695 |
चार बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी को मिली जीत
जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के 1967 में अस्तित्व में आने के बाद सबसे पहले कांग्रेस उम्मीदवार पी. पारेया की जीत हुई। जिसके बाद 1972, 1985 और 2019 में कांग्रेस को जीत मिली। जबकि बीजेपी को सिर्फ वर्ष 2000 में एक बार जीत मिली।
वर्ष 1967 से 2019 तक जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से निर्वाचित विधायक | ||
वर्ष | उम्मीदवार का नाम | पार्टी |
1967 वी | पारेया | कांग्रेस |
1969 | मंगल सिंह लगाई | निर्दलीय |
1972 | सिदू हेम्ब्रम | कांग्रेस |
1977 | बारजू हांसदा | जेएनपी |
1980 | मंगल सिंह लगाई | निर्दलीय |
1985 | अंकूरा हो होबारूबुरू | कांगेस |
1990 | मंगल सिंह लगाई | जनता दल |
1995 | मंगल सिंह लगाई | जेपीपी |
2000 | मधु कोड़ा | भाजपा |
2005 | मधु कोड़ा | निर्दलीय |
2009 | गीता कोड़ा | जेबीएसपी |
2014 | गीता कोड़ा | जेबीएसपी |
2019 | सोना राम सिंकू | कांग्रेस |
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