Ranchi: वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने झारखंड में 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का अबुआ बजट 2025-26 पेश किया है। बजट के पेश होने के बाद तमान राजनैतिक पार्टियों के कार्यकर्ता समेत समाजसेवी का अलग-अलग बयान सामने आ रहा है। इसी कड़ी में सिविल इंजीनियर और युवा समाजसेवी वेदांत कौस्ताव ने हेमंत सोरेन सरकार के ‘अबुआ बजट’ को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की परिकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बजट में महिला, बाल कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए 22,033 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। बाबा साहेब का मानना था कि किसी भी समाज की प्रगति महिलाओं की प्रगति से मापी जाती है, और सरकार का यह बजट महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
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शिक्षा, चिकित्सा समेत कई विभागों पर दिया गया खास ध्यान
साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मईंया सम्मान योजना के लिए 13,363 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो सरकार की ठोस नीयत को स्पष्ट करता है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि और आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य का विकास दर लगातार बढ़ रहा है, और सरकार ने स्थापना और व्यय के अनुपात को 37:63 के अनुपात में लाकर विकास की गति को तेज करने का लक्ष्य रखा है। इस बजट में शिक्षा के क्षेत्र में भी खास प्रावधान किए गए हैं। वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कौशल विश्वविद्यालय और फिन-टेक विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा है।
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युवाओं के लिए फायदेमंद साबित होगा बजट
इसके साथ ही राज्य में पांच नए विधि महाविद्यालय और जमशेदपुर, पलामू, रांची, धनबाद, हजारीबाग और देवघर में स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मास कम्युनिकेशन की स्थापना की जाएगी। इस साल के बजट में कुल 17,607 करोड़ रुपये का प्रावधान शिक्षा के क्षेत्र के लिए किया गया है। कौशल विकास के लिए 585 करोड़ रुपये का प्रावधान रोजगार के अवसर सृजित करने में मदद करेगा, जो युवाओं के लिए फायदेमंद साबित होगा।
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