Hazaribagh: एनटीपीसी के केरेडारी कोल परियोजना के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हजारीबाग रेंज के डीआईजी संजीव कुमार और एसएसपी अरविंद कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोमवार की शाम जानकारी दी। डीआईजी ने बताया कि इस हत्याकांड का सफलतापूर्वक उद्भेदन करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी आरोपियों की पहचान हजारीबाग जिला के बडकागांव थाना क्षेत्र अंतर्गत लोहार मोहल्ला निवासी मिंटू कुमार पासवान उर्फ छोटा छतरी, नापोखूर्द पुरनापानी निवासी राहुल कुमार मुंडा उर्फ छोटका उर्फ उर्फ मिरींडा, केरेडारी थाना क्षेत्र के जोरदाग माली टोला निवासी मनोज माली और चतरा जिला के ईटखोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत हुरनाली पितजी निवासी अजय यादव के रूप में हुई है।
8 मार्च की सुबह डीजीएम कुमार गौरव को मारी गई थी गोली
उल्लेखनीय है कि कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतहा चौक पर 8 मार्च की सुबह करीब 9:30 बजे एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की बाइकसवार अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस कांड के अनुसंधान और उद्भेदन के लिए एएसपी सह मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने तकनीकी और मानवीय आसूचना से आधार पर शूटर, हथियार सप्लायर और रेकी करने वालों की पहचान की। इसके बाद सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए इस हत्याकांड का सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया गया। डीआईजी ने बताया कि बड़कागांव और केरेडारी क्षेत्र में एनटीपीसी समेत विभिन्न कोल कंपनियों में डर का माहौल पैदा कर लेवी वसूलने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था।
गैंगस्टर अमन साहू गिरोह से जुड़े हुए हैं घटना के तार
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि इस घटना के तार कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गिरोह से जुड़े हुए हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई थी। 27 फरवरी को मिंटू पासवान, राहुल कुमार मुंडा और मनोज माली ने प्लान तैयार किया था। 5 मार्च को मिंटू और मनोज चतरा गया और अजय यादव के पास से हथियार और गोली लेकर वापस हजारीबाग लौटा। अगले दिन दोनों ने राहुल मुंडा के साथ बेंगवारी में रेकी की। फिर 8 मार्च को फतहा में मिंटू पासवान ने स्कॉर्पियो सवार एनटीपीसी डीजीएम कुमार गौरव को गोली मारी और प्लान के अनुसार मोतरा घाटी की ओर फरार हो गया। इस दौरान राहुल मुंडा बाइक चला रहा था, जबकि शूटर मिंटू पासवान पीछे बैठा था। वहीं, मनोज माली बेंगवारी के आस-पास पुलिस की गतिविधि पर नजर रखे हुए था।
7.65 बोर का पिस्टल, 1 मैग्जीन और 3 गोलियां बरामद
डीआईजी ने बताया है कि इस कांड में गिरोह के अन्य अपराधियों की भी संलिप्तता सामने आई है। सभी की शिनाख्त कर जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से घटना में प्रयुक्त 7.65 बोर का पिस्टल, 1 मैग्जीन और 3 गोलियां बरामद की है। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त बिना नंबर की लाल रंग का पल्सर बाइक, रेकी एवं हथियार लाने में प्रयुक्त लाल-काला रंग की पल्सर बाइक, 5500 रुपये, 5 मोबाइल बरामद किये हैं। डीआईजी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में अजय कुमार का पुराना आपराधिक इतिहास भी रहा है। उसके खिलाफ इटखोरी थाना के अलावा बिहार में जमुई जिला अंतर्गत गिद्धौर थाना, पटना जिला अंतर्गत राजीव नगर थाना और दीघा थाना में धमकी, खनिज पदार्थ अधिनियम, लूट और आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हैं।
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