Khabarmantralive : एकीकृत बिहार को पहला सीएम देने वाले गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का मिजाज बदलता रहा है। किसी दौर में कांग्रेस का बोलबाला था तो उसके बाद वाम पार्टियों के चमक -दमक देखने को मिली और और उसके बाद लगातार जेएमएम और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर का गवाह रहा है। कभी बीजेपी तो कभी जेएमएम इस सीट से जीतते रहे हैं। एकीकृत बिहार के पहले सीएम कृष्ण बल्लभ सहाय ने यहां का प्रतिनिधित्व किया था। इस सीट से पांच बार कांग्रेस ने प्रतिनिधित्व किया तो तीन तीन बार सीपीआई जैसे वाम दल का कब्जा रहा । बाद के दौर में जेवीएम जैसी नवोदित पार्टियों ने भी जीत दर्ज की लेकिन एक लंबे अरसे से यह सीट जेएमएम और बीजेपी के कब्जे में रही है। इस सीट पर 20 नवंबर को मतदान होंगे। गिरिडीह विधानसभा सीट कभी कोयले की खान के लिये प्रसिद्ध हुआ करती थी लेकिन कोयला खनन बंद होने के बाद यह शहर एक औद्योगिक नगरी के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है। साथ ही ऐतिहासिक धरोहर के रूप में पारसनाथ पर्वतों की श्रृंखलाएं हैं जो जैन धर्म की आस्था का प्रमुख केन्द्र है। इसके अलावा इस क्षेत्र में माओवाद का बोलबाला रहा है। पारसनाथ धने जंगलों के पटा पड़ा है और जिस वजह से माओवादियों के लिये इसे एक सुरक्षित जगह माना जाता रहा है। सरकार के प्रयास से नक्सली घटनाओं में कमी तो आई है लेकिन कई मौकों पर यहां नक्सली चुनौती देते रहते हैं।
सुदिव्य कुमार सोनू का जेएमएम में बढ़ा कद
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सुदिव्य कुमार सोनू का झारखंड मुक्ति मोर्चा में कदम बढ़ गया है। वहीं हाल ही में गांडेय विधानसभा उपचुनाव में जिस तरह से कल्पना सोरेन के लिए सुदिव्य कुमार सोनू ने रणनीति तैयार की, उसे लेकर भी संगठन में उनका महत्व बढ़ा है। यही कारण है कि पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव में जब तालमेल कांग्रेस के साथ तालमेल की बातचीत शुरू हुई, तो पार्टी की ओर से सुदिव्य कुमार सोनू को ही जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं यह तय माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी गिरिडीह विधानसभा सीट से सुदिव्य कुमार सोनू ही उम्मीदवार होंगे।
निर्भय शाहबादी का भी बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ना लगभग तय
गिरिडीह विधानसभा सीट से वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार निर्भय शाहबादी करीब 15 हजार मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने के कारण एक बार फिर से उनके चुनाव मैदान में उतरने की संभावना है। निर्भय शाहबादी ने 2009 में बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। जबकि 2014 के चुनाव में निर्भय शाहबादी ने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। इससे पहले 2000 और 2005 के चुनाव में निर्भय शाहबादी ने आरजेडी टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
लोकसभा चुनाव 2024 में गिरिडीह से आजसू पार्टी को मिली बढ़त
लोकसभा चुनाव 2024 में गिरिडीह संसदीय क्षेत्र के गिरिडीह विधानसभा सीट से आजसू पार्टी प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी को करीब 15 हजार से बढ़त मिली, जबकि जेएमएम के मथुरा प्रसाद महतो दूसरे स्थान पर रहे और जयराम महतो ने भी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने में सफलता हासिल की।
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
चंद्रप्रकाश चौधरी आजसू पार्टी 86901
मथुरा प्रसाद महतो जेएमएम 72082
जयराम महतो निर्दलीय 21786
कभी कांग्रेस-कम्युनिस्ट का गढ़ रहा, अब बीजेपी-जेएमएम में लड़ाई
गिरिडीह विधानसभा सीट के इतिहास पर हम गौर करें तो यहां कभी कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का परचम लहराता था मगर संमय के साथ हालात बदले है। अब इस सीट पर भाजपा और झामुमो के बीच राजनीतिक उठापटक जारी है। पिछले तीन-चार चुनावों में गिरिडीह विधानसभा सीट पर प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिलता रहा है। यहां के मतदाता आर्थिक और सामाजिक विकास के मुद्दों को लेकर जागरूक रहे हैं, और इसी कारण से चुनावों में विभिन्न दलों को यहां से जीत हासिल करने का मौका मिला है।
दलता रहता है मतदाताओं का रुझान
गिरिडीह विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया है। 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यहां से जीत हासिल की, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि इस क्षेत्र में मतदाताओं का रुझान समय के साथ बदलता रहा है।
झारखंड गठन के बाद जेएमएम-बीजेपी के बीच टक्कर
वर्ष 2000 में अलग झारखंड राज्य गठन के बाद मुख्य रूप से गिरिडीह विधानसभा सीट से मुख्य रूप से झारखंड मुक्ति मोर्चा और बीजेपी के बीच टक्कर होता रहा है। जिसमें दो-दो बार बीजेपी और जेएमएम को जीत मिली। एक बार झाविमो को जीत मिली।
गिरिडीह विधानसभा चुनाव परिणाम 2019
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
सुदिव्य कुमार सोनू झामुमो 80871
निर्भय कु शाहबादी भाजपा 64987
चुन्नुकान्त जेवीएम 6903
गिरिडीह विधानसभा चुनाव परिणाम 2014
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
निर्भय कु शाहबादी भाजपा 57450
सुदिव्य कु सोनू झामुमो 47517
बाबूलाल मरांडी झाविमो 26665
रूमा सिंह कांग्रेस 2998
गिरिडीह विधानसभा चुनाव परिणाम 2009
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
निर्भय कु शाहबादी झाविमो 28771
मुन्ना लाल निर्दलीय 21669
चंद्रमोहन बीजेपी 18283
विनोद कु सिन्हा आजसू 11737
मनोज कुमार बीएसपी 10267
सुदिव्य कु सोनू झामुमो 8272
गिरिडीह विधानसभा चुनाव परिणाम 2005
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
मुन्ना लाल झामुमो 31895
चंद्रमोहन प्रसाद बीजेपी 24920
निर्भय शाहबादी आरजेडी 21029
मनोज कु साहू बीएसपी 8214
गिरिडीह विधानसभा चुनाव परिणाम 2000
प्रत्याशी का नाम पार्टी प्राप्त वोट
चंद्रमोहन प्रसाद बीजेपी 24722
निर्भय कु शाहबादी आरजेडी 23697
ज्योतिंद्र प्रसाद कांग्रेस 14804
इरशाद अहमद झामुमो 12069
जागेश्वर सिंह निर्दलीय 5409
गिरिडीह विधानसभा सीट से कब कौन विधायक रहा
वर्ष प्रत्याशी का नाम पार्टी
1952 कृष्णबल्लभ सहाय कांग्रेस
1957 केएन सिंह सीएनपीएसपीजेपी
1962 रघुनंदन राम कांग्रेस
1967 रघुनंदन राम कांग्रेस
1969 चतुरानन मिश्र सीपीआई
1972 चतुरानन मिश्र सीपीआई
1977 चतुरानन मिश्र सीपीआई
1980 उर्मिला देवी कांग्रेस
1985 ओमी लाल आजाद सीपीआई
1990 ज्योतिंद्र प्रसाद कांग्रेस
1995 चंद्रमोहन प्रसाद भाजपा
2000 चंद्रमोहन प्रसाद भाजपा
2005 मुन्ना लाल झामुमो
2009 निर्भय कु शाहबादी जेवीएम
2014 निर्भय कु शाहबादी बीजेपी
2019 सुदिव्य कुमार झामुमो
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