Patna: मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को फिलहाल जेल में ही रहना होगा। गुरुवार (30 जनवरी) को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया। अदालत ने इस मामले में पुलिस से केस डायरी पेश करने को कहा है और साफ किया कि बिना डायरी देखे जमानत नहीं दी जा सकती।
24 जनवरी को किया था सरेंडर
अनंत सिंह ने 24 जनवरी को बाढ़ कोर्ट में सरेंडर किया था। उनके समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच फायरिंग की घटना के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस गोलीबारी के बाद कुल चार मामले दर्ज हुए, जिनमें से एक पुलिस ने खुद से दर्ज किया था। मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए अनंत सिंह ने खुद ही अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
22 जनवरी को मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच फायरिंग हुई थी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें दोनों गुटों के बीच गोलीबारी साफ देखी जा सकती थी।
घटना की जड़ सोनू-मोनू गैंग के ईंट-भट्टे पर काम करने वाले एक मुंशी मुकेश से जुड़ी है। मुकेश पर पैसों के गबन का आरोप था, जिसके चलते सोनू-मोनू ने उसके घर पर ताला लगा दिया था। जब यह मामला अनंत सिंह के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इसे सुलझाने की कोशिश की और बातचीत के लिए सोनू-मोनू के घर पहुंचे। इसी दौरान दोनों गुटों के बीच फायरिंग हो गई।
अब तक क्या हुई कार्रवाई?
इस मामले में पुलिस ने सोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा अनंत सिंह के समर्थक बताए जा रहे रौशन नामक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। फिलहाल पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। वहीं, अनंत सिंह की जमानत पर अब अगली सुनवाई पुलिस की केस डायरी के अध्ययन के बाद होगी।