KML Desk: नेपाल, तिब्बत, चीन के साथ भारत के भी कई राज्यों में मंगलवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किये गये। इस भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत का सीमावर्ती इलाका लोबुचे से 84 KM दूर सीमावर्ती इलाके में था। नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गयी, जबकि तिब्बत में भूकंप की तीव्रता 6.8 दर्ज की गयी। वहीं, चीन के जिजांग में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 रही। भारत में बिहार, झारखंड, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के अलावा दिल्ली NCR में भी सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किये गये।
तिब्बत में 32 और नेपाल में 9 लोगों की मौत की सूचना
भूकंप के कारण भारत में कहीं से भी जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आयी है। हालांक, तिब्बत और नेपाल में भारी तबाही मची है। तिब्बत में जहां 32 लोगों की मौत हुई है, वहीं नेपाल में भी 9 लोगों की मौत की सूचना है।
अचानक पंखे, झूमर से लेकर बिजली के तार तक हिलने लगे
बिहार और झारखंड के कई इलाकों में सुबह करीब 6.40 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। इस दौरान अधिकांश लोग नींद में ही थे। झटके महसूस होने के बाद लोग डर गये और अपने-अपने घरों से निकल कर खुली जगह में आ गये थे। बिहार में मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया, सीवान, अररिया, सुपौल और मुजफ्फरपुर जिले में सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस हुए। सोशल मीडिया पर भूकंप के दौरान घरों के पंखे, झूमर, बिजली के तार आदि के डोलने की वीडियो भी सामने आयी है।
क्या होता है भूकंप और क्यों डोलने लगती है धरती?
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं, जो कि लगातार घूमती रहती हैं। वहीं, इन प्लेट्स में टक्कर होती है, ये प्लेट्स एक-दूसरे के ऊपर चढ़ जाती या फिर उनसे दूर हो जाती हैं। इस परिस्थिति में धरती हिलने लगती है और इसे ही भूकंप कहा जाता है। भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। भूकंप की सबसे कम तीव्रता 1 और सबसे ज्यादा 9 होती है। वहीं, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7 रहती है, तो एपीसेंटर यानी भूकंप के केंद्र वाली जगह के आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटके महसूस होते हैं।
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