Ranchi: झारखंड पुलिस मुख्यालय में आज डायल 112 (ERSS) सेवाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण) श्रीमती सुमन गुप्ता ने की। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और भौतिक रूप से विभिन्न पुलिस एवं तकनीकी अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।
बैठक में आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया, विशेषकर महिलाओं, बच्चों, वृद्धों, दुर्घटना पीड़ितों और मेडिकल इमरजेंसी के मामलों में। डायल 112 को भारत सरकार की एकीकृत आपातकालीन सेवा बताते हुए इसे 24×7 जनता की सेवा के लिए तत्पर रहने वाला हेल्पलाइन नंबर बताया गया।
बैठक में दिए गए प्रमुख निर्देश:
✅ आपराधिक घटनाओं, आगजनी, दुर्घटना, महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, बाल अपराध और मेडिकल इमरजेंसी जैसी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
✅ हर जिले में नोडल अधिकारी (पुलिस उपाधीक्षक) को डायल 112 सेवाओं की नियमित समीक्षा करने और आपातकालीन सेवाओं को इससे जोड़ने की जिम्मेदारी दी जाए।
✅ डायल 112 के प्रचार-प्रसार के लिए ऑटो, सिटी बस, महिला महाविद्यालय, बैंक, अस्पताल, एटीएम, कोचिंग सेंटर और विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाया जाए।
✅ हर जिले में नोडल अधिकारियों को डायल 112 से जुड़ी कार्रवाई का फीडबैक लेने और सेवाओं में सुधार के लिए रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक (STF) इन्द्रजीत महथा, पुलिस अधीक्षक अमित रेणु, पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक श्रीराम समद सहित CDAC रांची के तकनीकी विशेषज्ञों ने भी भाग लिया। इस दौरान डायल 112 की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी सुधारों पर भी चर्चा की गई।
झारखंड पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में डायल 112 पर तुरंत कॉल करें, ताकि समय पर सहायता उपलब्ध कराई जा सके।