Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को प्रकृति पर्व सरहुल के अवसर पर सिरमटोली स्थित सरना स्थल में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं। दोनों ने पारंपरिक विधि-विधान के साथ पूजा कर राज्य के विकास, सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।
हालांकि, इस दौरान सरना धर्मावलंबियों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मंच पर मौजूद समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की की उपस्थिति का विरोध जताया और उन्हें स्टेज से हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति बन गई।
प्रशासन मुस्तैद, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मामले को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई।
सुबोधकांत सहाय ने की शांति बनाए रखने की अपील
कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय भी सरना स्थल पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरहुल एक सामाजिक और धार्मिक आस्था का पर्व है और इसे किसी भी तरह से राजनीतिक मुद्दा नहीं बनने देना चाहिए। सहाय ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की और प्रशासन से समाधान निकालने का आग्रह किया।
इस बीच, पूरे राज्य में सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी रांची सहित विभिन्न जिलों में पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत और धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं।