Ranchi: राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर अपराधियों ने दिनदहाड़े भाजपा नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना कांके चौक के पास घटी, जहां अज्ञात अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोली लगते ही अनिल टाइगर मौके पर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने एक हमलावर को दबोचा
सूत्रों के अनुसार, हमलावर बाइक से भाग रहे थे, लेकिन इसी दौरान एक हमलावर बाइक से गिर गया। घटना स्थल के पास मौजूद ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार हमलावर से पूछताछ कर रही है, ताकि हत्या के पीछे की वजह का खुलासा हो सके।
राजनीतिक हत्या या आपसी रंजिश?
पुलिस घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। अनिल टाइगर भाजपा रांची ग्रामीण जिला महामंत्री थे। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हत्या राजनीतिक कारणों से की गई या फिर यह आपसी रंजिश का मामला है।
गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम
हत्या की खबर मिलते ही गुस्साए स्थानीय ग्रामीणों और समर्थकों ने कांके चौक को जाम कर दिया। वे अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि जब तक सभी हमलावर पकड़े नहीं जाते, वे जाम नहीं हटाएंगे।
सियासत गरमाई, विपक्ष ने सरकार को घेरा
दिनदहाड़े भाजपा नेता की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की है। वहीं, रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जब जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोग कैसे रहेंगे।
डीजीपी की मीटिंग के दौरान वारदात
गौरतलब है कि जिस वक्त यह घटना घटी, उसी समय डीजीपी अनुराग गुप्ता राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर अहम बैठक कर रहे थे। इस दौरान हुई हत्या ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है और गिरफ्तार हमलावर से पूछताछ कर रही है। घटना के अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
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