Gumla/Bishunpur: CM हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने झारखंड के विशुनपुर विधानसभा में मंच से BJP के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। सरना धर्म कोड से लेकर आदिवासियों के हक-हकूक तक के लिये उन्होंने जोरदार आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि झारखंड में लोगों को बांटने के लिये BJP के बड़े-बड़े नेता आये हैं। केंद्र के नेता, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावा झारखंड में कई पूर्व मुख्यमंत्री तक हैं। ये सब हेमंत सोरेन के खिलाफ खड़े हैं।
सरना धर्म कोड की फाइल दबा कर बैठ गयी केंद्र सरकार
कल्पना ने कहा कि BJP के लोग जान लें कि ये वो हेमंत सोरेन हैं, जिन्होंने जेल जाना स्वीकार किया, पर इन लोगों के सामने अपना सिर नहीं झुकाया। ये वो हेमंत सोरेन हैं, जिसने सरना धर्म कोड को विधानसभा से पारित कराया, पर केंद्र में बैठे लोग उसे दबा कर बैठ गये। आज ये BJP वाले किस मुंह से झारखंड में बात करते हैं। हमारे आदिवासियों, पिछड़ों और स्थानीय लोगों के हक और झारखंड के मुद्दों की कोई लड़ाई लड़ रहा है, तो वो हमारी अबुआ सरकार है। आपकी आवाज को हेमंत सोरेन ने बुलंद किया है।
BJP के आदिवासी व पिछड़े नेताओं को जनभावना की कद्र नहीं
कल्पना सोरेन ने BJP के आदिवासी व पिछड़े नेताओं पर भी जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है कि BJP में आदिवासी या पिछड़ा नेता नहीं हैं। लेकिन जब झारखंड की सरकार सरना धर्म कोड को विधानसभा से पारित कराती है, तो विपक्ष में बैठे आदिवासी नेता इस बात का समर्थन क्यों नहीं करते हैं? यह इनलोगों का दोहरा चेहरा है। ये नेता पार्टी के हिसाब से जाना चाहते हैं और जनभावना को ठेस पहुंचाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में जैसे ही चुनाव आता है, BJP के लोग हिंदू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा करने लगते हैं। बहरहाल, झारखंड के चुनावी समर में कल्पना सोरेन पूरे दम-खम से पति हेमंत सोरेन के साथ INDIA गठबंधन के लिये चुनाव प्रचार की कमान सभांले हुयी हैं।
भाजपा में जो आदिवासी, दलित और पिछड़ा नेता हैं वो कभी झारखण्ड के मुद्दों की बात नहीं उठाते हैं। क्यूंकि भाजपा ही नहीं चाहती है कि झारखण्ड कभी आगे बढ़े। भाजपा का काम समाज को सिर्फ आपस में लड़ाने भर का रह गया है।
हेमन्त जी ने झारखण्ड के हक-अधिकार लिए आवाज उठायी तो उन्हें जेल में… pic.twitter.com/R4xA5BtTJX
— Kalpana Murmu Soren (@JMMKalpanaSoren) November 8, 2024