Ranchi : भवनाथपुर विधानसभा सीट को लेकर कोलाहल है! एक तरफ एंटी इनकम्बेंसी है तो दूसरी तरफ राजपरिवार की नाक का सवाल है! एक तरफ भवनाथपुर के विधायक भानुप्रताप शाही हैं तो दूसरी तरफ शाही अन्दाज में राजघराना परिवार के अनंत प्रताप देव और राजेन्द्र प्रताप देव। बीजेपी से भानुप्रताप शाही हैं। इंडिया गठबंधन के तहत इस सीट से कांग्रेस लड़ेगी या जेएमएम, इसे लेकर अभी तथ्य सामने नहीं आये हैं। लेकिन इतना तय है कि सीट किसी के खाते में जाय, हार और जीत की जंग राजपरिवार और भानुप्रताप शाही के बीच ही है। जेएमएम के खाते में अगर यह सीट आती है तो अनंत प्रताप देव उम्मीदवार होंगे और अगर कांग्रेस के खाते में यह सीट आती है तो उनके बड़े भाई राजेन्द्र प्रताप देव कैंडीडेट होंगे। इस सीट पर अब तक 6 बार राजपरिवार के लोगों ने जीत दर्ज की है, लेकिन भानुप्रताप शाही भी कई बार चुनाव जीते हैं और राज्य सरकार में मंत्री भी बने हैं। भानुप्रताप साही ने पहली बार इस क्षेत्र में बीजेपी के कमल को खिलाने का क्रेडिट जाता है। पहली बार भानुप्रताप ने इस सीट से 2005 में फॉरवर्ड ब्लॉक की टिकट पर चुनाव जीता था और वह अब तक इस सीट से चार बार विधायक चुने गये हैं।
आजादी के बाद से भवनाथपुर क्षेत्र में कांग्रेस का रहा प्रभाव
भवनाथपुर विधानसभा 1951 में अस्तित्व में आई। 1952 में राजेश्वरी सरोज दास ने कांग्रेस टिकट से जीत हासिल की। 1952 से लेकर 2009 तक इस सीट में सात बार कांग्रेस का कब्जा रहा। नगर उंटारी राजपरिवार के सदस्य भैया शंकर प्रताप देव ने 1962, 1967, 1972, 1980, राजेंद्र प्रताप देव ने 1985 और अनंत प्रताप देव ने 2009 में जीत हासिल की।
साल 2000 में रामचंद्र केसरी ने जीत हासिल की, मंत्री बने
साल 2000 के विधानसभा चुनाव में समता पार्टी के रामचंद्र केसरी ने जीत हासिल की। इसके तुरंत बाद अलग झारखंड राज्य गठन होने पर रामचंद्र केसरी को बाबूलाल मरांडी मरांडी सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला। वहीं 2005 में भानु प्रताप शाही फॉरवर्ड ब्लॉक टिकट पर लड़ कर जीते और पहली बार विधायक बने। 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी अनंत प्रताव देव उर्फ छोटे राजा विधायक चुने गए। 2014 में कांग्रेस छोड़ कर अनंत प्रताप ने बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन निर्दलीय भानु प्रताप शाही ने 2661 मतों से उन्हें पराजित कर दिया। 2019 में भानु प्रताप शाही भाजपा में होकर चुनाव लड़े और बीजेपी को पहली बार इस सीट पर दिलाई। 1952 से लेकर 2009 तक भाजपा एक बार भी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकती थी।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी उम्मीदवार को बढ़त
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पलामू संसदीय सीट के भवनाथपुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बीडी राम ने करीब 55 हजार मतों के अंतर से बढ़त हासिल की।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी उम्मीदवार को बढ़त | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
बीडी राम | भाजपा | 153075 |
ममता भुइयां | आरजेडी | 98964 |
विधानसभा चुनाव 2019 का परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
भानु प्रताप शाही | भाजपा | 96881 |
सोगरा बीबी | बसपा | 56914 |
विधानसभा चुनाव 2014 का परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
भानु प्रताप शाही | निर्दलीय | 58908 |
अनंत प्रताप देव | भाजपा | 56247 |
विधानसभा चुनाव 2009 का परिणाम | ||
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
अनंत प्रताप देव | कांग्रेस | 54630 |
भानु प्रताप शाही | निर्दलीय | 32542 |
साल 1951 से 2019 तक भवनाथपुर से निर्वाचित विधायक | ||
वर्ष | उम्मीदवार का नाम | पार्टी |
1952 | राजेश्वरी सरोज दास | कांग्रेस |
1957 | यदुनंदन तिवारी | कांग्रेस |
1962 | भैया शंकर प्रताप देव | स्वतंत्र पार्टी |
1967 | भैया शंकर प्रताप देव | कांग्रेस |
1969 | हेमेंद्र प्रताप देहाती | सोशलिस्ट पार्टी |
1972 | भैया शंकर प्रताप देव | कांग्रेस |
1977 | रामचंद्र केसरी | जनता पार्टी |
1980 | भैया शंकर प्रताप देव | कांग्रेस |
1985 | राजेंद्र प्रताप देव | कांग्रेस |
1990 | गिरिवर पांडेय | जनता दल |
1995 | गिरिवर पांडेय | जनता दल |
2000 | रामचंद्र केशरी | समता पार्टी |
2005 | भानु प्रताप शाही | फॉरवर्ड ब्लॉक |
2009 | अनंत प्रताप देव | कांग्रेस |
2014 | भानु प्रताप शाही | निर्दलीय |
2019 | भानु प्रताप शाही | भाजपा |
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