KhabarMantraLive: जनवरी-फरवरी 2025 के बीच खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक दुर्लभ अवसर आने वाला है। इस दौरान ग्रहों की परेड नामक खगोलीय घटना होगी, जिसमें पृथ्वी सहित अन्य ग्रह एक सीधी रेखा में नजर आएंगे। इसे नंगी आंखों से देखा जा सकेगा, जिससे यह घटना और भी रोमांचक बन जाएगी।
क्या है ग्रहों की परेड?
जब सौर मंडल के कई ग्रह सूर्य की एक ही दिशा में आ जाते हैं और आसमान में सीधी रेखा में दिखाई देते हैं, तो इसे ग्रहों की परेड या ग्रहों का संरेखण कहा जाता है। यह घटना खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक अनोखी और अद्भुत घटना मानी जाती है।
21 जनवरी को पहली परेड
21 जनवरी 2025 को सौर मंडल के सात में से छह ग्रह—शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, नेपच्यून और यूरेनस—एक बड़े अलाइंमेंट में नजर आएंगे।
- नंगी आंखों से दिखने वाले ग्रह: शुक्र, मंगल, बृहस्पति, और शनि।
- दूरबीन की आवश्यकता: नेपच्यून और यूरेनस।
NASA के अनुसार, इस दुर्लभ खगोलीय घटना को देखना एक अद्वितीय अनुभव होगा।
मार्च में दूसरी ग्रहों की परेड
मार्च 2025 में एक और ग्रहों की परेड देखने का मौका मिलेगा। इस बार मंगल, बृहस्पति, नेपच्यून, शुक्र, यूरेनस, शनि और बुध भी इसमें शामिल होंगे।
- 8 मार्च 2025: यह परेड देखने के लिए सबसे उपयुक्त दिन होगा।
- अर्धचंद्र का साथ: इस दौरान आसमान में एक अर्धचंद्र भी दिखाई देगा, जो इस खगोलीय दृश्य को और भी आकर्षक बना देगा।
कहां और कैसे देखें?
ग्रहों की परेड को देखने के लिए किसी विशेष स्थान या उपकरण की आवश्यकता नहीं है।
- साफ आसमान और प्रदूषण रहित क्षेत्र से इसे बेहतर तरीके से देखा जा सकता है।
- दूरबीन से नेपच्यून और यूरेनस जैसे दूरस्थ ग्रहों का भी स्पष्ट अवलोकन किया जा सकता है।
396 अरब वर्षों में एक बार होने वाली घटना?
खगोलविदों का कहना है कि ऐसी घटनाएं लाखों या अरबों वर्षों में एक बार होती हैं। यह 2025 की पहली बड़ी खगोलीय घटना होगी, जो खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है।
इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने का मौका न चूकें और अपने परिवार व दोस्तों के साथ इसे जरूर देखें।