Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची में बुधवार को कांके थाना से महज 100 कदम की दूरी पर भाजपा ग्रामीण जिला महामंत्री इंद्रजीत कुमार अनिल उर्फ अनिल टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या के विरोध में भाजपा, आजसू, जेकेएलएम सहित तमाम संगठनों ने आज रांची बंद बुलाया। शहर के चौक-चौराहों पर सुबह से ही भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
पिस्का मोड़ पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ अपने समर्थकों के साथ बैठे थे, जबकि शहर के अन्य हिस्सों में भी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी रही। दोपहर 12 बजे के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया, जिससे रांची बंद का व्यापक असर कमजोर पड़ गया। लेकिन इस बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हटिया डीएसपी का बयान विवादों में
रांची के अरगोड़ा चौक पर जब भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे, तो मौके पर हटिया डीएसपी पहुंचे। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस जिस गंभीरता की उम्मीद की जा रही थी, वह नजर नहीं आई। डीएसपी ने एक ऐसे लहजे में बयान दिया, जिसने विवाद को और बढ़ा दिया। डीएसपी ने कहा – “अरे क्रिमिनलवा त पकड़ाइ गइल बा, गोली मार देले, अब का खोजत हउवे?” इस बयान का वीडियो अब पर वायरल हो गया। इस बयान पर अब आपत्ती जताना तो लाजमी है।
डीजीपी का भी बयान सवालों के घेरे में
हालांकि आज हटिया डीएसपी के बयान को छोड़ भी दिया जाए तो डीजीपी के बयान को पचा पाना थोड़ा मुश्किल है। दरअसल जब राज्य के डीजीपी पुलिस मुख्यालय में राज्य के तमाम अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे तभी अपराधियों ने कांके में अनिल टाइगर की हत्या कर दी थी। औऱ ताजूब कि बात यह है कि जब डीजीपी से अनिल टाइगर की हत्या को लेकर सवाल पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था, “मुझे जानकारी मिली है, लेकिन यह नहीं पता था कि उनकी हत्या हो गई है। पुलिस जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करेगी।” शायद हाल ही में रांची पुलिस ने यूपी मॉडल अपनाते हुए झारखंड के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अमन साहू को एनकाउंटर में मार गिराया था। इस घटना के बाद राज्य सरकार और पुलिस की देशभर में तारीफ हुई थी। इस लिए राज्य पुलिस आराम फरमा रही थी, लेकिन अब जब खुलेआम एक भाजपा नेता की हत्या हो गई, तो पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं बता दें कि विधानसभा के बजट सत्र में भी रांची विधायक सीपी सिंह ने राज्य में बढ़ते लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस उन्हें पकड़ने के बजाय बयानबाजी में लगी हुई है। भाजपा नेता ने कहा कि जब राज्य का डीएसपी ही हत्याकांड को मजाक में लेगा, तो फिर जनता को न्याय कैसे मिलेगा? अब सवाल यह है कि क्या सरकार हटिया डीएसपी के बयान पर कोई कार्रवाई करेगी? या फिर इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
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