Ranchi: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 19वें दिन हजारीबाग घटना को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। जैसे ही बुधवार को कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वेल में पहुंचकर विरोध जताया। विपक्ष ने घटना को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग की।
स्पीकर ने शांति बनाए रखने की अपील
भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में शांति बनाए रखने की अपील की। स्पीकर ने कहा कि बजट सत्र अब अपने अंतिम चरण में है और केवल दो दिन की कार्यवाही बची है। उन्होंने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करने का अनुरोध किया।
बाबूलाल मरांडी का सरकार पर निशाना
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग की घटना को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के त्योहारों पर ही दंगे क्यों होते हैं? मरांडी ने आरोप लगाया कि अपराधियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने की मांग की।
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाने की मांग
मरांडी ने संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और पर्व-त्योहार के दौरान ड्रोन कैमरों का उपयोग करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जुलूस वाले रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए और पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था हो, ताकि उपद्रवियों की पहचान आसानी से हो सके।
सरकार ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री और वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने भाजपा के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
कृषिमंत्री का आरोप: हिंसा के पीछे राजनीतिक साजिश
कृषिमंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू करवाने के लिए इस प्रकार की हिंसा को राजनीतिक रूप से भड़काया जा रहा है। उन्होंने विपक्ष पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।