KhabarMantraLive: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आज, मंगलवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटने वाली हैं। उनके साथ नासा एस्ट्रोनॉट्स निक हेग, बुच विल्मोर और एलेक्जेंडर गोरबुनोव भी हैं। क्रू-9 और उनका स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष स्टेशन से अलग होकर धरती की ओर यात्रा शुरू कर रहा है।
LIVE: #Crew9 and their @SpaceX Dragon spacecraft are departing the @Space_Station and starting their journey back to Earth. Undocking is scheduled for 1:05am ET (0505 UTC). https://t.co/OUp4n98WeE
— NASA (@NASA) March 18, 2025
नासा की जानकारी के मुताबिक, 18 मार्च दोपहर 1:05 बजे यान को ISS से अनडॉक किया जाएगा। इसके बाद यह यान पृथ्वी की ओर रवाना होगा और बुधवार सुबह 3:30 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड करेगा। हालांकि, मौसम खराब होने पर लैंडिंग का स्थान बदला भी जा सकता है।
नौ महीने की यात्रा होगी खत्म
नासा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि क्रू-9 के सभी एस्ट्रोनॉट्स ने ISS से लौटने की तैयारी कर ली है। वे अपना सामान पैक कर रहे हैं और यान का हैच (ढक्कन) बंद कर रहे हैं।
हालांकि, यह मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन सभी एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में पिछले नौ महीनों से फंसे हुए थे। यह देरी यान में आई तकनीकी खराबी के कारण हुई।
हीलियम लीक के कारण फंस गया था यान
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल 5 जून 2024 को स्टारलाइनर यान से पृथ्वी से रवाना हुए थे। उन्हें मात्र आठ दिनों के लिए ISS पर रुकना था, लेकिन यान में हीलियम लीक और प्रोपल्शन सिस्टम में खराबी का पता चला, जिससे यान अंतरिक्ष में ही फंस गया।
नासा ने अगस्त 2024 में देरी को स्वीकार किया और 2025 की शुरुआत में स्पेसएक्स मिशन के जरिए उनकी वैकल्पिक वापसी की योजना बनाई। सितंबर 2024 में स्टारलाइनर को अंतरिक्ष यात्रियों के बिना ही पृथ्वी पर वापस लाया गया, जिससे अन्य अंतरिक्ष यान के लिए डॉकिंग पोर्ट खाली हो सका।
सफल वापसी का इंतजार
अब, करीब नौ महीने बाद सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के अन्य सदस्य धरती पर लौट रहे हैं। यह मिशन न केवल तकनीकी चुनौतियों बल्कि अंतरिक्ष में लंबी अवधि के प्रवास को लेकर भी महत्वपूर्ण साबित हुआ है।