पटना: बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार का आज शाम तक कैबिनेट विस्तार होने की संभावना है। इसको लेकर राजभवन को आधिकारिक रूप से चिट्ठी भेजी गई है। वहीं, बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है।
दिलीप जायसवाल ने क्यों दिया इस्तीफा?
बिहार सरकार में मंत्री रहे दिलीप जायसवाल ने आज अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का फॉर्मूला लागू है। इसलिए मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं।” इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में सर्वे का काम शुरू किया गया था, जिसमें कई चुनौतियां आईं, लेकिन इसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया। उन्होंने बताया कि 14 करोड़ पन्नों को डिजिटल किया गया है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता आई है।
जातीय संतुलन साधने की कोशिश में सरकार
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह कैबिनेट विस्तार किया जा रहा है। नीतीश सरकार जातीय समीकरण को साधने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस विस्तार में अगड़ी जाति, पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग को विशेष तवज्जो दी जा सकती है।
संभावित मंत्रियों की सूची को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कैबिनेट में राजपूत और भूमिहार जाति से एक-एक मंत्री बनाए जाने की संभावना है। इसके अलावा, अति पिछड़ा वर्ग से दो और तेली जाति से एक मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। पिछड़ा समाज से भी एक मंत्री शामिल किया जा सकता है।
आज हो सकता है विस्तार
सूत्रों के अनुसार, अगर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से सहमति मिल जाती है, तो आज शाम तक नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। इसी कड़ी में बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल के प्रधान सचिव से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि वह संभावित मंत्रियों की सूची लेकर गए थे।
बिहार की राजनीति में इस कैबिनेट विस्तार को आगामी चुनाव की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नए मंत्रियों के नामों की आधिकारिक घोषणा कब होती है और किन चेहरों को इसमें जगह मिलती है।