KhabarMantraLive: दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को उस वक्त हंगामा मच गया जब उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना अपने अभिभाषण के दौरान भाजपा सरकार की योजनाओं का जिक्र कर रहे थे। इस दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालय से डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर हटाने का विरोध करते हुए जोरदार हंगामा किया।
आतिशी ने उठाए सवाल, AAP का प्रदर्शन
विपक्ष की नेता आतिशी ने सदन में कहा,
“भाजपा ने मुख्यमंत्री कार्यालय में डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो हटाकर पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा दी है। मैं भाजपा से पूछना चाहती हूं- क्या पीएम मोदी, डॉ. अंबेडकर से बड़े हैं? क्या वह उनकी जगह ले सकते हैं?”
AAP विधायकों ने इस मुद्दे पर सदन में नारेबाजी और प्रदर्शन किया, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई। उन्होंने कहा कि जब तक अंबेडकर की तस्वीर दोबारा नहीं लगाई जाती, तब तक वे सड़क से सदन तक विरोध जारी रखेंगे।
स्पीकर ने AAP विधायकों को पूरे दिन के लिए किया निलंबित
AAP विधायकों के लगातार विरोध के चलते विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विपक्ष की नेता आतिशी समेत AAP के 11 विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। इस निलंबन के बाद भी AAP नेताओं ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन जारी रखा।
LG ने सरकार की प्राथमिकताओं पर दिया जोर
विधानसभा में अपने अभिभाषण के दौरान उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य राजस्व बढ़ाना, यमुना सफाई, वायु प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता रैंकिंग में सुधार और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन सुनिश्चित करना है।
LG ने कहा कि उनकी सरकार महिला सशक्तिकरण, गरीब कल्याण, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, बेहतर शिक्षा मॉडल, विश्वस्तरीय सड़कें, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली, स्वच्छ यमुना, स्वच्छ जल और अनधिकृत कॉलोनियों के नियमितीकरण पर विशेष ध्यान देगी।
भाजपा विधायकों ने लगाए ‘मोदी-मोदी‘ के नारे
LG के अभिभाषण के दौरान भाजपा विधायकों ने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए, जबकि AAP के विधायकों ने अंबेडकर की तस्वीर हटाने के विरोध में हंगामा किया। इस बीच सदन में काफी देर तक बहस होती रही और कार्यवाही बाधित होती रही।
AAP विधायकों का प्रदर्शन जारी
सदन से निलंबित किए जाने के बावजूद AAP के विधायक विधानसभा परिसर में डटे रहे और विरोध प्रदर्शन जारी रखा। उनका कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री कार्यालय में अंबेडकर की तस्वीर वापस नहीं लगाई जाती, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
इस हंगामे के चलते दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही काफी देर तक बाधित रही, और अब इस मुद्दे पर दिल्ली की राजनीति गरमा गई है।