Ranchi/Bengluru: जैविक खेती और श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक सरकार द्वारा बेंगलुरु में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का आयोजन किया गया है। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का गुरुवार को आगाज हुआ। इस अवसर पर कर्नाटक के CM सिद्धारमैया, डिप्टी CM डी. के. शिवकुमार, झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की सहित देश भर के कई गणमान्य उपस्थित थे। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में झारखंड के स्टॉल का उद्घाटन कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने किया। इस मौके पर विभागीय सचिव अबु बकर सिद्दीकी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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झारखंड में मिलेट उत्पाद और उपयोग की परपंरा काफी पुरानी
झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कर्नाटक सरकार के इस वृहद आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि झारखंड और कर्नाटक के बीच कई तरह की समानताएं हैं। खासकर मिलेट की बात करें, तो दोनों राज्य में ये समान रूप से देखने को मिलेगा। पौराणिक काल से झारखंड और कर्नाटक में मिलेट के उत्पाद और उपयोग की परपंरा रही है। मंत्री ने आगे कहा कि यह गर्व की बात है कि अभी भी आदिवासी समाज मिलेट की खेती से जुड़े हैं। साथ ही मुझे इस बात पर भी गर्व है कि मैं आदिवासी समाज के उरांव जाति से आती हूं। मिलेट हमारे भोजन का मुख्य अनाज है। बदलते समय में चावल और गेहूं को भी मुख्य आहार के रूप में लोगों ने अपनाया है। वैसे हमारे स्वास्थ्य और मौसम के लिहाज से मोटे अनाज जायदा फायदेमंद हैं।
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अब मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही हैं देश की सरकारें
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि चावल और गेहूं की तुलना में अब देश की सरकारें मोटे अनाज को बढ़ावा देने में जुटी हैं। मोटे अनाज की क्रांति हमारे आने वाले भविष्य के लिए जरूरी है। झारखंड और कर्नाटक मिल कर ऐसे किसानों को सहयोग कर सकती है, जो मोटा अनाज की फसल से जुड़े हैं। झारखंड में मिलेट पॉलिसी के तहत किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मोटा अनाज के लिए बाजार मुहैया कराने में ये नीति कारगर साबित होगी।
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गुमला में मडुआ की खेती पर हावर्ड यूनिवर्सिटी कर रहा स्टडी
मंत्री ने कहा कि झारखंड मिलेट मिशन के तहत किसानों को 3 हजार रुपया प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। वैसे FPO को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जो मोटा अनाज की खेती से जुड़े हैं। इस मिशन की सफलता में ICR, IMR, स्टेट यूनिवर्सिटी की बड़ी भूमिका रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि गुमला में मडुआ की खेती पर हावर्ड यूनिवर्सिटी केस स्टडी कर रहा है। इस मुहिम को राज्य स्तर से ऊपर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की जरूरत है।
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पेयजल, शौचालय एवं भोजन आदि की व्यवस्था करने का निर्देश
के. रवि कुमार ने बताया कि राज्य स्तरीय समारोह में बेहतर कार्य करने वाले उपायुक्त, पदाधिकारी और बीएलओ को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को इनके आने-जाने और ठहरने की व्यवस्था को करने का निर्देश दिया। उन्होंने आगे बताया कि इस कार्यक्रम में कॉलेज एवं एनएसएस के बच्चे, युवा, वृद्ध एवं दिव्यांग मतदाता भी शामिल होंगे। सभी के लिए पेयजल, शौचालय और भोजन आदि की व्यवस्था रहेगी।
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सम्मानित होने वाले पदाधिकारियों, कर्मियों का किया जायेगा स्वागत
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले पदाधिकारियों, कर्मियों एवं बीएलओ के स्वागत की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। मौके पर रांची के उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, रांची जिले के उप निर्वाचन पदाधिकारी विवेक कुमार सुमन सहित रांची विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।