Ranchi: सिरमटोली के पास मेकॉन-सिरमटोली फ्लाईओवर के निर्माण में सरना पूजा स्थल की जमीन जाने से आदिवासी समुदाय में भारी रोष है। इसके विरोध में बीते 22 जनवरी को आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा सड़क भी जाम किया गया था। इस बीच एसटी, एससी और ओबीसी वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा भी सिरमटोली चौक स्थित सरना पूजा स्थल पहुंचे थे। उन्होंने फ्लाईओवर निर्माण में सरना पूजा स्थल की जमीन को लेकर विवाद की जानकारी ली। मंत्री ने कहा कि सरना पूजा स्थल से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
‘‘सरना पूजा स्थल आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो’’
मंत्री चमरा लिंडा ने अधिकारियों से कहा कि सड़क, फ्लाईओवर जैसे आधारभूत संरचनाओं के निर्माण में जिस प्रकार अन्य धार्मिक स्थलों का सम्मान किया जाता है, उसी प्रकार सरना पूजा स्थलों का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित होना चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यहां (सरना पूजा स्थल) आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका ध्यान रखें। वहीं, निर्देश का अनुपालन नहीं होने पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी करवाई की मंत्री ने चेतावनी भी दी।
क्या है पूरा मामला
मेकॉन-सिरमटोली फ्लाईओवर के निर्माण में सरना पूजा स्थल की जमीन के अधिग्रहण का आदिवासी शुरू से विरोध करते आये हैं। उन्होंने साफ कहना है कि फ्लाईओवर निर्माण कार्य में सरना पूजा स्थल की जमीन नहीं देंगे। पूर्व में भी निर्माण शुरू होने के समय ही आदिवासी समुदाय के लोगों ने इंजीनियरों और अफसरों को इससे अवगत कराया था। इसके बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, आदिवासी समाज के लोगों ने जब सड़क जाम किया, तो एडीएम सहित अन्य पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद 24 जनवरी को रांची डीसी के वार्ता के आश्वासन मिलने पर 2 घंटे बाद जाम हटाया गया था।
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