Ranchi: JSSC CGL परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर दायर जनहित याचिका पर बुधवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य सरकार ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिये अदालत से 4 सप्ताह का समय मांगा। अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी। इससे पहले झारखंड के महाधिवक्ता राजीव रंजन ने सरकार का पक्ष रखते हुए अदालत में कहा कि CID द्वारा JSSC CGL परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच कर रही है।
प्रमाणों की FSL में चल रही जांच, रिपोर्ट आने में लगेगा समय
महाधिवक्ता ने अदालत को यह भी बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर जांच की जा रही है। वहीं, परीक्षार्थियों और अन्य शिकायतकर्ताओं द्वारा दिये गये प्रमाणों को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा, इसलिये सरकार को 4 सप्ताह का समय दिया जाये। सुनवाई के दौरान JSSC की ओर से अधिवक्ता संजॉय पिपरवाल और प्रिंस कुमार ने बहस की, जबकि आवेदकों की ओर से वरीय अधिवक्ता अजीत कुमार ने पक्ष रखा।
अदालत ने रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक को बरकरार रखा
JSSC CGL परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर प्रार्थी राजेश कुमार द्वारा झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है। आज की सुनवाई में अदालत ने रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक को बरकरार रखा है। बता दें कि इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक लगा दी थी। साथ ही राज्य सरकार को JSSC CGL परीक्षा के पेपर लीक को लेकर दर्ज शिकायत पर परीक्षा संचालन अधिनियम 2023 के तहत पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने और जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने का निर्देश भी दिया था।
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