Jharkhand: झारखंड सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है। जल्द ही ट्राइबल टूरिज्म की शुरुआत होगी, जहां पर्यटक भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू और आदिवासी संस्कृति को करीब से जान सकेंगे। पहला ट्राइबल टूरिज्म रूट तमाड़ के अड़की से उलिहातू तक विकसित किया जाएगा।
खनन क्षेत्र में भी शुरू होगा पर्यटन
पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड में माइंस टूरिज्म भी विकसित किया जाएगा। राज्य में सीसीएल और बीसीसीएल की कोयला खदानों में ‘ओपन कास्ट माइंस’ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटक खनन कार्यों को देख सकेंगे।
हर 25 किमी पर बनेगा रेस्ट प्वाइंट
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर 25 किमी पर एक रेस्ट प्वाइंट बनाने की योजना है, जहां बुनियादी सुविधाओं के साथ खान-पान की व्यवस्था होगी।
पर्यटन स्थलों पर आधुनिक सुविधाएं
- नेतरहाट के कोयल व्यू प्वाइंट पर ग्लास टावर बनेगा।
- दशम फॉल, जोन्हा फॉल, मैगनोलिया प्वाइंट, पतरातू वैली में ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा।
- मसानजोर, गेतलसूद, पतरातू, चांडिल, तेनुघाट और तिलैया डैम को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा।
- पलामू का ऐतिहासिक किला और हजारीबाग के मेगालिथ स्थल के संरक्षण पर भी ध्यान दिया जाएगा।
स्पेन में झारखंड पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के नेतृत्व में झारखंड की टीम स्पेन के मैड्रिड में 22 से 26 जनवरी तक आयोजित इंटरनेशनल टूरिज्म ट्रेड फेयर (फितूर) में भाग लेने गई है। इस वैश्विक मंच पर झारखंड के पर्यटन को प्रमोट किया जाएगा। गणतंत्र दिवस समारोह के चलते मंत्री 24-25 जनवरी को रांची लौटेंगे, जबकि अन्य अधिकारी 28 जनवरी को वापस आएंगे।झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने की इस पहल से राज्य को एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है।