Jharkhand News: झारखंड में खनिज विकास निगम के बालू प्रभारी ओ.पी. सिंह पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है।
डॉ. कुमार ने पत्र में लिखा है कि ओ.पी. सिंह के कार्यभार संभालने के बाद से आम जनता को बालू प्राप्त करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बालू प्राप्त करने के लिए रिश्वत देना अनिवार्य हो गया है, जबकि बालू दलालों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने ये भी लिखा है कि बालू की कमी के कारण सरकारी योजनाओं जैसे पीएम आवास और अबुआ आवास के लाभार्थी समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, बिना रिश्वत दिए बालू प्राप्त करना असंभव हो गया है, और कई बार महीनों तक इंतजार करने के बावजूद भी बालू नहीं मिलता। सबसे बड़ी समस्या यह है कि समय पर बालू न मिलने पर लाभार्थी जब अपनी रसीद रद्द करवाते हैं, तो उनकी राशि वापस नहीं की जाती, जो भ्रष्टाचार और जनता के साथ अन्याय को दर्शाता है।
डॉ. कुमार ने ये भी आरोप लगाया कि जब वे बालू प्रभारी से संपर्क करते हैं, तो वे फोन नहीं उठाते या फिर दुर्व्यवहार करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि ओ.पी. सिंह के कार्यकाल की पूरी जांच कराई जाए और उनकी संपत्ति की भी जांच की जाए। यदि भ्रष्टाचार की पुष्टि होती है, तो उन्हें कड़ी सजा दी जाए।
झारखंड में बालू वितरण में यह गड़बड़ी सरकारी योजनाओं और आम जनता की परेशानियों को बढ़ा रही है। डॉ. कुमार ने सरकार से जल्दी कार्रवाई की मांग की है ताकि जनता को बिना किसी कठिनाई के बालू मिल सके।