KhabarMantraLive: जनरेशन को लेकर एक नया ट्रेंड चलन में दिखने लगा था अबतक लोग Greatest Generation 1901 और 1927 के बीच जन्मी पीढ़ी महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वयस्क हुई। द्वितीय विश्व युद्ध में अधिकांश सैनिक इसी पीढ़ी के थे। Silent Generation 1928 और 1945 के बीच जन्मी पीढ़ी अनुरूपवादी और नागरिक होने के लिए जानी जाती थी। वे महामंदी और द्वितीय विश्व युद्ध की संतान थे। Baby Boomers 1946 और 1964 के बीच जन्मी पीढ़ी का नाम द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुए बेबी बूम के नाम पर रखा गया था। वे सामाजिक न्याय के योद्धा थे जिन्होंने राजनीतिक निर्णयों को पीछे धकेला और विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया। Generation X 1965 और 1979 के बीच जन्मी पीढ़ी बेबी बूमर्स के बाद और Millennials से पहले आई। Millennials जो की आमतौर पर 1981 से 1996 के बीच पैदा हुए लोगों को कहा जाता था , Gen Z 1997 से 2012 के बीच पैदा हुए लोग और Gen Alpha जो की 2012 से लेकर 2024 तक की जनरेशन को कहा गया है अब एक और जनरेशन आ गई है. यह नई जनरेशन है जनरेशन Beta. इस नई जनरेशन के बारे में आपने हालिया दिनों में सोशल मीडिया पर सुना ही होगा. जनरेशन बीटा (Gen Beta) उस पीढ़ी को कहा जाएगा जिसमें बच्चों का जन्म 2025 से 2039 के बीच होगा. आइए जानते हैं हम से किस तरह अलग हो सकती है जेन बीटा.
ऐसी हो सकती है Zen Beta
जेनरेशन बीटा को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं. जिस तरह मिलेनियल्स को ओल्ड स्कूल और जेन जी को टेक सैवी कहा जाता है उसी तरह कहा जा रहा है कि जेन बीटा आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (AI) में माहिर होगी. ये कहना गलत नहीं होगा की इस जेनरेशन को स्मार्ट डिवाइसेस की भी पूरी जानकारी होगी .
यह जेनरेशन पोस्ट-पैंडमिक यानी कोरोना मारामारी के बाद जन्म ले रही है. इसीलिए इसे महामारियों से सीखने का मौका मिलेगा. ये हम सभी जानते है की कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास और डिजिटल दौर को बढ़ावा मिला है जिसके कारण ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है की इस पीढ़ी को ऑनलाइन शिक्षा पद्धति की भी बेहतर समझ होगी.
हाल के कुछ सालों की बात करें और लगभग लोग सोशल मीडिया से वाकिफ है और ज्यादातर वक्त सोशल मीडिया में बिताते हैं . जिसका असर हर वर्ग के लोगों पर पड़ा है . सोशल मीडिया इस जेनरेशन की ताकत भी हो सकती है. तो अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस जेनरेशन की उपस्थिति सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा होगी और डिजिटल दौर को भी नई शेप मिलेगी. मगर एक चिंता की बात इस जेनरेशन के लिए यह भी है कि इसे जनसंख्या में बदलाव, ग्लोबल वॉर्मिंग, प्रदूषण, संसाधनों में कमी और पर्यावरण क्षति से दोचार होना पड़ेगा. इस जनरेशन के लिए यह चुनौतियां बनी रहेंगी.
जेनरेशन बीटा यानी साल 2025 से 2039 तक जन्म लेने वाले बच्चे 22वीं सदी देखने तक जिंदा रहेंगे. यह जेनरेशन वो देख सकेगी जो मिलेनियल्स या जेन जी शायद ना देख सकें.
Read More : ‘मंईयां सम्मान’ पर बोले CM हेमंत- जो कहा, उसे रिकॉर्ड समय में पूरा किया
Read More : नये साल में सितम ढायेगी ठंड
Read More : 1 जनवरी से आ रहा इंडियन रेलवे का नया TIMETABLE
Read More : नए साल के पहले महीने में 15 दिन बंद रहेंगे बैंक
Read More : JHARKHAND की ओर बढ़ रही हैं उत्तर-पश्चिमी हवाएं, घने कोहरे का अलर्ट