Ranchi : सोसाइटी फॉर अर्थ ऑब्जर्वेशन एंड कंजर्वेशन (एसईओसी) संत जेवियर्स कॉलेज, रांची ने आईक्यूएसी के सहयोग से मीठे पानी के मोती उत्पादन के महत्व के बारे में सामान्य जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय वेयर योर पर्ल्स दिवस मनाया। इस आयोजन से संत जेवियर्स कॉलेज, रांची के विज्ञान और कला विभागों से संबंधित लगभग 150 छात्र लाभान्वित हुए।
रेव् फादर प्रिंसिपल डॉ. फ़ादर एन. लकड़ा, एसजे और रेव फादर डॉ. प्रदीप रॉबर्ट कुजूर, एसजे ने क्रमशः मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। दोनों अतिथियों ने छात्रों के बीच पर्ल कल्चर एजुकेशन के महत्व के बारे में बताया। अन्य विशिष्ट अतिथियों में रेव् फादर अजय अरुण मिंज, एसजे और रेव फादर प्रभात कैनेडी सोरेंग एसजे भी इस कार्यक्रम मे समिलित हुए। मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि दोनों ने एसईओसी उपलबधियों कि सराहना की और न केवल विचार पर बल्कि कार्यान्वयन और परिणाम पर भी जोर दिया। रेव् फादर प्रिंसिपल ने सपने देखने और उसको वास्तविकता में लाने के बारे में बात की।
कार्यक्रम में मोती पालन पद्धति के चित्रण के लिए सजीव प्रदर्शन इकाई का गठन किया गया। मास्टर ट्रेनर श्री बुधन सिंह पूर्ति ने मोती कल्चर में शामिल सर्जिकल स्टेप्स का प्रदर्शन किया है। जूलॉजी विभाग के छात्रों ने मोती उत्पादन तकनीकों और अनुसंधान के विभिन्न विषयों पर आधारित आकर्षक 3 डी मॉडल और पोस्टर भी प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर एसईओसी के संस्थापक सदस्य डॉ. एन. वेंकट अप्पा राव, डॉ. राजीव रंजन श्रीवास्तव, डॉ. संदीप चंद्रा, डॉ. शिव शंकर प्रसाद और आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. शिव कुमार भी उपस्थित थे। आयोजन टीम के छात्रों में अमन कुमार, सारा शरीफ और समूह आयोजन के सफलता के लिए अथक प्रयास किया।
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