Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हस्तक्षेप के बाद 17 सालों से संघर्ष कर रहे लातेहार निवासी सुनील ब्रिजिया को आख़िरकार उसका हक -अधिकार मिल ही गया। बता दें कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद उसे अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिल गई। इस संबंध में मुख्यमंत्री को सूचित करते हुए उपायुक्त लातेहार ने बताया कि इस मामले में अनुकंपा समिति के निर्णय के आधार पर सुनील ब्रिजिया को नियुक्त करते हुए योगदान की तिथि से पदस्थापित किया गया है।
.@LateharDistrict कृपया उक्त मामले की जांच कर कार्रवाई करते हुए सूचित करें। https://t.co/9gx20TfQSs
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 11, 2024
आदरणीय सर, उक्त मामले में सुनिल जी को अनुकंपा समिति के निर्णय के आधार पर नियुक्त करते हुए योगदान की तिथि से पदस्थापित किया गया है।@HemantSorenJMM @JharkhandCMO https://t.co/dgnKysoNTQ
— DC Latehar (@LateharDistrict) December 13, 2024
क्या है मामला
मुख्यमंत्री को जानकारी मिली थी कि लातेहार के हेनार गांव निवासी सुनील ब्रिजिया के पिता रामदास बृजिया सरकारी शिक्षक थे। वर्ष 2007 में उनकी मृत्यु हो गई थी। सरकारी प्रावधान के तहत अनुकंपा के आधार पर उन्हें सरकारी नौकरी दी जानी थी। लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली थी। 17 सालों से वह नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे थे।
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