KhabarMantraLive: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने एक भीषण मुठभेड़ में मार गिराया। यह मुठभेड़ पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा इलाके में हुई। इस मामले में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने चैनपुर थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर एफआईआर (कांड संख्या 40/25) दर्ज की गई।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
एटीएस की टीम 10 मार्च की रात रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साहू को रांची के होटवार जेल शिफ्ट करने के लिए रवाना हुई थी। अमन साहू को स्कॉर्पियो गाड़ी में कड़ी सुरक्षा के बीच लाया जा रहा था और काफिले में दो अन्य गाड़ियां भी मौजूद थीं। पूरी टीम रायपुर, अंबिकापुर, रामानुजगंज और रमकंडा होते हुए रांची लौट रही थी।
11 मार्च की सुबह, जब काफिला पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा पहुंचा, तो घात लगाकर बैठे 6-7 अज्ञात हमलावरों ने पुलिस वाहन पर बम से हमला कर दिया। इसके बाद उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
38 राउंड फायरिंग के बाद खत्म हुआ गैंगस्टर का खेल
अचानक हुए इस हमले से निपटने के लिए एटीएस की टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की और 38 राउंड फायरिंग की। इस दौरान अमन साहू को गोली लगी और वह मौके पर ही ढेर हो गया। हालांकि, मुठभेड़ में एटीएस का एक जवान भी घायल हो गया, जिसे तुरंत मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, घायल जवान की हालत खतरे से बाहर है।
हमलावरों की तलाश जारी
एनकाउंटर के बाद पुलिस और एटीएस की टीम ने इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
झारखंड पुलिस के लिए बड़ी सफलता
अमन साहू झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर था, जिस पर हत्या, रंगदारी, अपहरण और कई आपराधिक मामले दर्ज थे। उसकी मौत से झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, क्योंकि वह पिछले कई सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। इस एनकाउंटर के बाद झारखंड और बिहार के कई अपराधी गैंग दहशत में हैं, जबकि पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।